समाजवादी पार्टी मुलायम सिंह यादव के समय से चले आ रहे अपने एमवाई यानी मुस्लिम यादव समीकरण को इस बार के चुनाव में और विस्तार देने जा रही है। अखिलेश यादव ने गैरयादव नेताओं पर भरोसा बढ़ा दिया है और दलितों को साथ लिया है। अब बदली हुई सपा ओबीसी, मुस्लिम व दलित वोटों के सहारे यूपी की जंग लड़ने की ओर बढ़ रही है।
समाजवादी पार्टी की सोमवार को जारी 159 प्रत्याशियों की सूची यही बताती है। सपा मुखिया अखिलेश यादव मैनपुर की करहल विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे।जसवंत नगर से उनके चाचा व प्रसपा प्रमुख शिवपाल चुनाव लड़ेंगे। वह सपा के निशान साइकिल पर ही किस्मत आजमाएंगे। सपा कैराना से नाहिद हसन को, नकुड़ से धर्म सिंह सैनी, सहारनपुर देहात से आशु मलिक, मांट से संजय लाठर, स्वार से अब्दुल्ला आजम, रामपुर से आजम खान को टिकट देने का ऐलान किया गया है।
पाला बदल करने वालो को टिकट
कांग्रेस से आईं सुप्रिया ऐरन बरेली कैंट से तथा अंकित परिहार उन्नाव से टिकट पा गए। भाजपा से आए धर्म सिंह सैनी को नकुड़ से, रोशन लाल वर्मा तिलहर से भी टिकट मिला है। तिलक चंद्र अहिरवार को झांसी से, द्ददू प्रसाद को नरैनी से और आरएस कुशवाह को निघासन सीट से प्रत्याशी बनाया गया है। यह तीनों बसपा से आए हैं। घाटमपुर से भगवती सागर, तिंदवारी से ब्रजेश प्रजापति को चुनाव मैदान में उतारा गया है।
समाजवादी पार्टी ने इन विधायकों के टिकट काटे
कुंदरकी से हाजी रिजवान, मुरादाबाद से हाजी इकराम कुरैशी, बदायूं से ओमकार सिंह, जलालाबाद से शरदवीर सिंह के टिकट कट गए हैं। नितिन अग्रवाल व हरिओम यादव खुद ही पार्टी छोड़ गए। सोमवार को घोषित 159 सीटों में 27 सीट तो सपा की जीती हुई थीं। इनमें पांच में इनकी जगह दूसरों को टिकट दिया गया। हरिओम यादव, नितिन अग्रवाल, हाजी रिजवान, शरद वीर सिंह ने सपा से इस्तीफा दे दिया था।