डॉ अशफाक अहमद
आज़मगढ़, यूपी
यूपी में विधान सभा चुनाव हो रहे हैं। समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस के साथ गठबंधन करके मैदान में ताल ठोकी है। ये चुनाव सपा के लिए काफी महत्वपूर्ण है। दरअस सपा ये चुनाव सीएम अखिलेश यादव के राज्य में किए गए विकास कार्यों के आधार पर लड़ रही है। पार्टी के तमाम दिग्गज़ उम्मीदवारों के पक्ष में माहौल बनाने के लिए लगातार रैलिया, जनसभा, नुक्कड़ सभाएं कर रहे हैं। यूपी से बाहर निकल कर अगर कहीं समाजवादी पार्टी ने बेहतर प्रदर्शन किया है तो वो महाराष्ट्र हैं। महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी को खड़ा करने में सिर्फ एक ही नाम सामने आता है वो है अबु आसिम आज़मी का। यहां की राजनीति में अपना अलग मुकाम बनाने वाले अबु आसिम आज़मी यूपी में समाजवादी पार्टी के स्टार प्रचारक हैं।। दरअसल अबु आसिम आज़मी की जन्मभूमि आज़मगढ़ है। अबु आसिम फिलहाल आज़मगढ़ में हैं, वो अपने ज़िले के साथ-साथ आसपास के ज़िलों में पार्टी का प्रचार कर रहे हैं। इस व्यस्त दौरे में उनसे पीएनएस न्यूज़ एजेंसी के वरिष्ठ सहयोगी डॉ अशफाक अहमद ने खास बातचीत की। पेश हैं इस बातचीत के मुख्य अंश…
सवाल- पीएनस न्यूज़ एजेंसी आपका स्वागत करती है, पहला सवाल ये है कि आप पूर्वांचल में समाजवादी पार्टी के लिए प्रचार कर रहे हैं, क्या माहौल देख रहे हैं आप।
जवाब- देखिए… यहां समाजवादी पार्टी के लिए बहुत अच्छा माहौल है। गठबंधन यहां पर शानदार प्रदर्शन करेगा। मैं अभी जौनपुर गया था वहां भी पार्टी के सभी उम्मीदवार बेहतर पोजिशन में हैं और अपनी जीत दर्ज़ कराएंगे। हां… इतना ज़रूर है कि कुछ स्थानीय नेताओं को लेकर जनता में नाराज़गी ज़रूर है लेकिन सीएम अखिलेश यादव को लेकर कहीं कोई नाराज़गी नहीं है। प्रदेश का मुसलमान और यादव पूरी तरह समाजवादी पार्टी के साथ है।
सवाल- आखिर समाजवादी पार्टी को कांग्रेस से गठबंधन की क्यों ज़रूरत पड़ गई।
जवाब- ये सच है कि हमारी सपा सरकार ने प्रदेश में बहुत काम किया। हम अकेले भी विधान सभा चुनाव में उतर सकते थे लेकिन हमारे नेता अखिलेश यादव दूरदर्शी हैं। उनके फैसले से पार्टी और प्रदेश दोनों का एजेंडा हैं। जिस तरह बीजेपी देश में लगातार सांप्रदायिक तनाव फैला रही है, ऐसे में सेक्यूलर दलों को एक साथ आना ज़रूरी है। सीएम अखिलेश जी ने कांग्रेस के साथ गठबंधन करके बीजेपी के मंसूबों पर पानी फेर दिया है। विधान सभा चुनाव में बीजेपी की हार होगी।
सवाल- इस गठबंधन से फायदा कैसे होगा एक तरफ कांग्रेस का यूपी में जनाधार रसातल पर है।
जवाब- ये सच है कि कांग्रेस पिछले कई सालों से कमज़ोर है, लेकिन ये भी सच है कि उसके पास 5 से 10 फीसदी वोट हैं। हमारी पार्टी का मिनिमम 30 फीसदी वोट है। ऐसे में ये वोट मिलकर यूपी की राजनीति में एक नया इतिहास लिखेंगे। हम मिलकर सरकार बनाएंगे।
सवाल- विपक्ष खासतौर पर बीएसपी इस चुनाव में लगातार मुज़फ्फरनगर दंगा, ज़ियाउलहक हत्याकांड जैसे मुद्दे को लेकर सपा को घेरने की कोशिश कर रहा है।
जवाब- देखिए जनाब… ये सच है कि डीएसपी ज़ियाउल हक की हत्या हुई लेकिन इसके फौरन बाद सपा सरकार ने कड़ी कार्रवाई की। जब राजा भईया पर आरोप लगा तो उन्हें मंत्रीपद से हटाया गया। जांच में उनके खिलाफ सबूत नहीं मिला। सरकार में उनकी पत्नी को सरकारी मदद और नौकरी दी। वहीं दूसरी तरफ दंगों के बाद सरकार ने फौरन कार्रवाई की और पीड़ितों की पूरी मदद की। अगर सराकर की तरफ से कार्रवाई न की गई होती तो ये सवाल जायज़ था। दरअसल प्रदेश में बीजेपी हमेशा माहौल खराब करने की कोशिश करती रही है।
सवाल- पार्टी के मुखिया रहे मुलायम सिंह यादव ने सीएम अखिलेश पर मुस्लिम विरोधी होने का आरोप लगाया है। खासतौर पर उन्होंने यूपी में मुस्लिम डीजीपी की तैनाती को लेकर अखिलेश की मंशा पर सवाल खड़ा किया था।
जवाब- मुलायम सिंह जी हमारे गार्जन है। आप देखिए… जब बेटा बहुत शरारत करता है तो मां-बाप उसे न जाने क्या-क्या कहते हैं लेकिन क्या मां-बाप से ज़्यादा कोई दूसरा प्यार कर सकता है। वो सीएम अखिलेश जी ने पिता भी है। वो भी गुस्सा कर सकते हैं और करते हैं। ऐसा नहीं है, हम लोग सीएम से हमेशा मिलते रहे हैं लेकिन उन्हें कभी ऐसा नहीं देखा। कोई भी दाढ़ी टोपी लगाए दिख भी जाए तो अखिलेश जी उसे सम्मान देते हैं। वो सबको सम्मान देते हैं।
सवाल- कई मुस्लिम लीडर और मौलाना समाजवादी पार्टी के खिलाफ हैं। ऐसे लोग जो पिछले साल सपा का समर्थन कर रहे थे इस बार विरोध कर रहे हैं।
जवाब- पार्टी ने सबको सम्मान दिया। मौलाना अब्दुल्ला बुखारी के दामाद को एमएलसी बनाया। उन्हें पिछले चुनाव में प्रचार के लिए हेलाकाप्टर दिया गया। दरअसल वो किसी के नहीं हैं, वो हमेशा ऐसे ही करते रहे हैं। बाकी लोगों की जमीनी हकीकत नहीं हैं। समाजावदी पार्टी के कामों को कई बड़े मौलानाओं ने सपोर्ट किया है। समाजवादी सरकार ने मुसलमानों के लिए बहुत काम किया है, सिर्फ मुसलमानों के लिए बल्कि पूरे प्रदेश के लोगों के लिए काम किया है।
सवाल- महाराष्ट्र में अभी हाल में नगर निकाय के चुनाव हुए हैं। मुंबई में पार्टी के प्रदर्शन को लेकर क्या कहेंगे।
जवाब- समाजवादी पार्टी ने इस चुनाव में काफी मेहनत की। कार्यकर्ताओं ने दिन-रात एक कर दिया। चुनाव में जीत-हार लगी रहती है। ये सच है कि हमारा प्रदर्शन उतना बेहतर नहीं रहा जितनी की हम उम्मीद कर रहे थे। हम आगे भी हक और इंसाफ के लिए लड़ते रहेंगे।
सवाल- पार्टी की हार कही सेक्यूलर वोटो के बंटवारे की वजह से तो नहीं हुआ।
जवाब- देखिए… मुंबई में मराठा वोट शिवसेना के खाते में चला गया और उत्तर भारतीय वोट बीजेपी को मिल गया। उत्तर भारतीय हमारे साथ रहते थे। दरअसल चाहे कांग्रेस हो एनसीपी हो या समाजवादी पार्टी… इनके बीच सेक्यूलर वोटो का बंटवारा हुआ है। यहीं नहीं… एक नये नेता भी वहां आएं है जो लंबी-लंबी स्पीच देते हैं, पैसा खर्च कर रहे हैं, माहौल खराब कर रहे हैं। उनकी वजह से भी बहुत ज़्यादा वोटो का बंटवारा हुआ। ये जो नये नेता हैं मैं उनका नाम नहीं लुंगा लेकिन ये सब तो किसी के इशारे पर ही हो रहा है, वो सबको पता है।
सवाल- सांप्रदायिक ताकतों को रोकने के लिए क्या करना होगा।
जवाब- देखिए… यूपी में समाजवादी पार्टी ने दिल बड़ा करके ये काम किया है। कांग्रेस के साथ गठबंधन करके समाजवादी पार्टी ने ये दिखा दिया है कि वह सांप्रदायिक ताकतों को हराने के लिए के लिए बड़ी से बड़ी कुर्बानी देने को तैयार है। कांग्रेस देश की बड़ी पार्टी है उसे आगे आकर दूसरे सेक्यूलर दलों से समझौता करना होगा। सीटों के तालमेल जैसी छोटे बातों से आगे निकल बेहतर देश के लिए समझौता करना होगा। सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ एक साथ आना होगा ताकि इन ताकतों को हराया जा सके।
सवाल- पीएनएस न्यूज़ एजेंसी से बातचीत करने के लिए बहुत-बहुत शुक्रिया।
जवाब- आपका भी बहुत-बहुत शुक्रिया…