लखनऊ, यूपी
कांग्रेस नेता और पूर्व एमएलसी अतहर खां अखिलेश यादव के समक्ष सपा में शामिल हो गए। पार्टी कार्यालय में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की मौजूदगी में प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। उनके साथ उनके बेटे और बहराइच की मटेरा सीट से विधानसभा चुनाव लड़ चुके सुल्तान अहमद खान ने भी समाजवादी पार्टी ज्वाइन की। इसके साथ ही सैकड़ों समर्थकों ने भी सपा की सदस्यता ली।
अतहर खां अंबेडकरनगर ज़िले के रहने वाले है। यहां की जलालपुर सीट से उपचुनाव हो रहा है। ये सीट बीएसपी से सांसद बन गए राकेश पांडेय के इस्तीफे से खाली हुई है। अब यहां का चुनाव काफी रोचक हो गया है। यहां से बीएसपी के पूर्व मंत्री और कद्दावर नेता लालजी वर्मा की बेटी छाया वर्मा भी चुनाव मैदान में उतरी हैं।
नसीमुद्दीन सिद्दीकी के करीबी रहे अतहर खां ने उनके साथ ही 12 मई 2017 को बीएसपी से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद अतहर खां ने नसीमुद्दीन सिद्दीकी के साथ कांग्रेस ज्वाइन की थी। काफी समय कांग्रेस में रहने के बाद उन्हें कोई बड़ी ज़िम्मेदारी पार्टी ने नहीं दी। शायद यही वजह रही कि उनका कांग्रेस से मोहभंग हो गया।
प्रियंका के साथ तस्वीर से चर्चा में आए सुल्तान अहमद
कांग्रेस में प्रियंका गांधी के सक्रिय राजनीति में आने और महासचिव बनने के बाद पहली तस्वीर खूब वायरल हुई थी। इस तस्वीर में प्रियंका गांधी दो युवा नेताओं के साथ चर्चा करते दिखी थी। इनमें एक सुल्तान अहमद खान थे जो 2017 में बीएसपी के टिकट से बहराइच की मोटेरा सीट से सपा के मौजूदा मंत्री यासिर शाह के खिलाफ चुनाव लड़े थे। इस तस्वीर के बाहर आने के बाद लग रहा था कि सुल्तान अहमद को जल्द ही दिखी बड़ी ज़िम्मेदारी मिलेगी लेकिन उन्हें हाशिये पर रखा गया।
कौन हैं अतहर खां
करीब 32 साल बीएसपी में रहने वाले अतहर खां पार्टी के कद्दावर नेताओं में गिने जाते थे। वो नसीमुद्दीन सिद्दीकी के काफी करीबी थे। बीएसपी में रहते हुए अतहर खां उत्तराखंड, झारखंड, दिल्ली और गुजरात के प्रभारी रहे। 2008 में बीएसपी सरकार में उन्हें राज्य अल्पसंख्यक आयोग का उपाध्यक्ष बनाया गया। इसके बाद उन्हें 2009 में गन्ना शोध परिषद के चेयरमैन बनाकर राज्यमंत्री का दर्जा दिया गया। यहीं नहीं उन्हें 2010 में उन्हें बीएसपी की सुप्रीमो मायावती ने एमएलसी बनाया।