खरगोन, भोपाल
खरगोन दंगों की आग धीरे-धीरे शांत हो रही है लेकिन नेताओं के बयानों से राजनीति में यह मुद्दा खत्म होता नजर नहीं आ रहा है। दिग्विजय सिंह को भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने जिन्ना की औलाद बनकर भड़काने का काम नहीं करने की नसीहत दी है और कहा कि मुसलमानों के प्रवक्ता बनकर उन्हें बिकाऊ बताने की कोशिश की जा रही है। मंत्री नरोत्तम मिश्रा, भूपेंद्र सिंह व प्रद्युमन सिंह तोमर ने भी दिग्विजय सिंह के बयान पर आपत्ति की है।
दिग्विजय सिंह ने खरगोन दंगों में भाजपा द्वारा मुसलमानों को पैसा देकर पत्थर फिंकवाने की बात कही थी जिसको लेकर राजनीति गरमाई हुई है। भाजपा के हिंदूवादी नेता व विधायक रामेश्वर शर्मा ने दिग्विजय सिंह को नसीहत दे डाली है कि वे जिन्ना की औलाद बनकर हिंदू-मुसलमानों को भड़काने की कोशिश नहीं करें। वे दोनों के संबंधों के बीच गहरी खाई पैदा करने में लगे हैं। बिना तथ्यों की जांच के खरगोन में मस्जिद पर भगवा झंडा लहराने की गलत फोटो पोस्ट करने के बाद वे भाजपा पर पैसे देकर पत्थर फिंकवाने के आरोप लगा रहे हैं। शर्मा ने कहा कि वे संभल जाएं क्योंकि इसके पहले भी उनके पाकिस्तान से चैट और संबंधों को पकड़ा जा चुका है तो जाकिर नायक से उनकी दोस्ती भी उजागर हो चुकी है।
आतंकवाद को पनाह देने के आरोप
भाजपा विधायक शर्मा ने आरोप लगाया है कि दिग्विजय सिंह आतंकवाद को पनाह दे रहे हैं और उन्हें पाल रहे हैं। संरक्षण दे रहे हैं। उन्होंने सवाल किया कि गरीब मुसलमान होते हैं तो गरीब हिंदू भी होते हैं तो क्या कभी गरीब हिंदू ने पत्थर फेंका है। इसका मतलब है कि कश्मीर में भी पाकिस्तान से पैसा लेकर पत्थर फेंके जाते थे। शर्मा ने मुसलमानों से अपील की कि वे दिग्विजय सिंह से जवाब मांगें कि कैसे उन्हें बिकाऊ कह रहे हैं। वे उनसे पूछें कि मुसलमानों के प्रवक्ता बनकर इस तरह की बातें क्यों करते हैं और वे पैसा लेकर पत्थर फेंके जाने के बयान पर उन्हें माफी मांगने के लिए कहें।
राज्यसभा सदस्यता समाप्त करने की मांग
भाजपा नेता रामेश्वर शर्मा ने दिग्विजय सिंह के इस बयान पर उप राष्ट्रपति से मांग की है कि वे उनकी राज्यसभा की सदस्यता समाप्त करें क्योंकि वे लगातार झूठे बयान दे रहे हैं। साथ ही कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से भी मांग की है कि दिग्विजय सिंह को पार्टी से निकालें। वे मुसलमानों को भड़काकर हिंदू-मुसलमानों के बीच खाई पैदा कर रहे हैं। शर्मा ने कहा कि अगर कांग्रेस उन्हें पार्टी से नहीं निकालती है तो माना जाएगा कि दोनों के बीच गठजोड़ है।