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10 Oct 2024, Thu

क्रिश्चियन लड़की और मुस्लिम लड़के की शादी को CPM नेता ने बता दिया लव जिहाद, बैकफुट पर आई पार्टी

लव जिहाद को लेकर केरल की सत्ताधारी पार्टी CPI(M) अपनी ही पार्टी के नेता के बयान को लेकर बैकफुट पर आ गई है। माकपा ने बयान जारी कर कहा है कि अंतर धार्मिक शादियों में कुछ भी गलत नहीं होता। पार्टी ने ये भी कहा कि लव जिहाद का अभियान आरएसएस ने चला रखा है। दरअसल पिछले दिनों CPI(M) की युवा ईकाई डीवाईएफआई के एक मुस्लिम कार्यकर्ता ने ईसाई धर्म की युवती से शादी कर ली थी जिसके बाद राज्य में लव जिहाद का मुद्दा छिड़ गया था।

लड़की का परिवार लगा रहा लव जिहाद का आरोप

युवती के घरवालों ने लव जिहाद का आरोप लगाते हुए कहा था कि लड़की को बहला-फुसलाकर शादी की गई। इस घटना के खिलाफ तिरुवंबाडी में ईसाई समुदाय ने विरोध प्रदर्शन भी किया था। माकपा के जिला सचिवालय सदस्य और पूर्व विधायक जॉर्ज एम थॉमस ने लव जिहाद के आरोपों का समर्थन किया था जिससे विवाद को और हवा मिली। बाद में माकपा कोझीकोड जिले के महासचिव पी मोहनन ने थॉमस के बयान का बचाव करते हुए कहा कि पार्टी ने कभी अंतर धार्मिक विवाह को लव जिहाद नहीं कहा है। उन्होंने कहा कि ये लव जिहाद जैसे शब्द का इस्तेमाल आरएसएस धार्मिक अल्पसंख्यक लोगों को निशाना बनाने के लिए करते हैं। उन्होंने कहा कि शादी दो लोगों की आपसी पसंद का मसला है।

क्या है पूरा मामला?

मामला दरअसल ये है कि सऊदी अरब में बतौर नर्स का काम करने वाली ज्योत्सना मेरी जोसेफ नाम की क्रिश्चन लड़की ने हाल ही में अपने परिवार के खिलाफ जाकर स्थानीय  डीवाईएफआई के मुस्लिम कार्यकर्ता से शादी कर ली थी। ज्योत्सना के घरवाले इसे लव जिहाद करार दे रहे हैं जबकि युवती ने कोर्ट में बयान दिया है कि उसने अपनी मर्जी से बिना किसी दवाब में आकर शादी की है।