जौनपुर, यूपी
ज़िले की एक अदालत में शाहगंज कोतवाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है। कोतवाल समेत छह अन्य पुलिस वालों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर विवेचना का आदेश संबंधित थानाध्यक्ष को दिया। साथ ही अदालत ने 24 घंटे में आख्या प्रस्तुत करने का भी आदेश दिया है। आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ चोरी, एक्सटार्सन, मिथ्या साक्ष्य गढ़ने व अन्य धाराओं में प्राथमिकी दर्ज होगी। अदालत के इस आदेश के बाद जौनपुर में पुलिस की कार्य प्रणाली को लेकर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है।
दरअसल इस मामले में अदालत ने पहले कोतवाल शाहगंज के कोतवाल प्रशांत कुमार श्रीवास्तव के खिलाफ जांच का आदेश सीओ को दिया था। सीओ ने जांच में घोर लापरवाही की औप अपने कोतवाल को बचाने के लिए झूठी रिपोर्ट अदालत में पेश कर दी, जबकि इस मामले में सीसीटीवी फुटेज से साफ ज़ाहिर था कि इसमें कोतवाल ने एक झूठी कहानी गढ़ी थी। ये पूरा मामला ज़िले की शाहगंज कोतवाली क्षेत्र में मौजूद एक पेट्रोल पम्प पर कई हफ्ते से खड़े दो ट्रकों का गोवध में चालान करने एवं एक लाख रूपये की मांग करने का था। इस मामले में वादी ने अदालत में प्रार्थना पत्र दिया था।
क्या है पूरा मामला
वादी ज़मीरुद्दीन निवासी सबरहद शाहगंज ने सीजेएम की अदालत में दरख्वास्त दिया कि वह ट्रांसपोर्ट का काम करता है और उसके पास दो ट्रक है। ट्रक के व्यापार में घाटा होने के कारण उसको बेचने के उद्देश्य से स्थानीय पेट्रोल पंप पर दो फरवरी 2018 को ग्राहकों को देखने के लिए खड़ा कर दिया। 25 फरवरी 2018 को दिन में दो बजे कोतवाल शाहगंज प्रशांत कुमार श्रीवास्तव मय पुलिस बल वहां पहुंचे और जबरन हमारे खड़े दोनों ट्रक ले जाकर थाने के पास खड़ा कर दिया। पूछताछ करने पर ट्रकों को छोड़ने के एवज़ में एक लाख रुपये की मांग की गई। पैसा नहीं देने पर उसी दिन शाम को पांच बजे की घटना दिखाते हुए गोवध व पशु क्रूरता और हत्या का प्रयास अधिनियम में चालान कर दिया।
सीसीटीवी ने खोली पोल
पेट्रोल पंप पर खड़े ट्रक को वहां से पुलिसवालों द्वारा ले जाते समय पेट्रोल पंप पर लगे सीसीटीवी फुटेज में पूरा मामला कैद हो गया। यहीं नहीं कई लोगों ने इसकी वीडियों रिकार्डिंग बी बना ली। ज़मीरुद्दीन ने फुटेज की वीडियो रिकॉर्डिंग अदालत में दाखिल की। अदालत ने सीओ शाहगंज को जांच का आदेश दिया। सीओ ने अपनी जांच में शाहगंज कोतवाल और पुलिसकर्मियों को क्लीन चिट दे दी। जबकि सीसीटीवी फुटेज देखने से साफ ज़ाहिर होता है कि पुलिस कर्मी ट्रक ले जा रहे हैं।