बेंगालुरु, कर्नाटक
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के लिए आज करो या मरो वाली स्थिति बनी हुई है। क्योंकि उनके पास विधायकों की संख्या 104 है जबकि बहुमत साबित करने के लिए 8 और विधायकों के समर्थन की ज़रूरत है। कांग्रेस और जेडीएस ने भाजपा पर अपने विधायकों की खरीद-फरोख्त करने का आरोप लगाया है।
जिस समय कर्नाटक में विधायक शपथ ले रहे थे उस समय दिल्ली में कांग्रेस के दो वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी और कपिल सिब्बल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बहुमत परीक्षण से पहले ही अपनी नैतिक जीत का दावा कर दिया। कांग्रेसी नेताओं ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा पूरे प्रकरण का लाइव टेलिकास्ट करने की बात मानने को अपनी नैतिक जीत करार दिया है।
भाजपा के आरोपों का जवाब देते हुए कांग्रेसी नेताओं ने कहा, ‘सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि अगर आप चाहते हैं कि किसी और स्पीकर को बैठाया जाए तो हमें उनको नोटिस देना पड़ेगा। फिर सुनवाई के लिए आगे की तारीख रखनी पड़ेगी। हम इस बात से बहुत खुश हैं कि सारी प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से होगी। इसी बीच कांग्रेस की तरफ से अपने ट्विटर अकाउंट पर दो ऑडियो जारी किए गए हैं। जिनमें भाजपा की तरफ से कांग्रेस के विधायकों को पैसे और मंत्रीपद का लालच देने की कोशिश की जा रही है।
इन ऑडियो पर कपिल सिब्बल ने कहा, ‘हमें इस बात का दुख है कि पीएम मोदी कहते हैं न खाऊंगा न खाने दूंगा, लेकिन कभी यह नहीं कहते कि ना खरीदूंगा और ना खरीदने दूंगा। हमारे पास बहुमत का आंकड़ा है तो आप ही बताइए कौन तोड़ेगा और किसको तोड़ेगा? और अगर तोड़ेगा तो कैसे तोड़ेगा? हमारी लड़ाई गणतंत्र को बचाने की थी।’
"I'll arrange a meeting with the National President. You'll become a minister. You'll make 100 times the wealth you made so far"
BJP's Janardhana Reddy's offer to Congress MLA exposes the depths to which the BJP can sink for power. "Na khaunga, na khane dunga", @narendramodi?! pic.twitter.com/Ev3O8SBOEE— Congress (@INCIndia) May 18, 2018