लखनऊ
अभी हाल ही में पंजाब से कांग्रेस विधायक अंगद सैनी के साथ परिणय सूत्र में बंधने वाली रायबरेली सदर से कांग्रेस विधायक अदिति सिंह बड़े संकट में हैं। अदिति सिंह की विधानसभा सदस्यता रद्द करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष ह्रदयनारायण दीक्षित के समक्ष एक अर्जी दी गई है। कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा ‘मोना’ की तरफ से दाखिल इस याचिका में अदिति सिंह की सदस्यता रद्द करने की मांग की गई है। यह याचिका यूपी विधानसभा सदस्य दल परिवर्तन के आधार पर निर्भरता नियमावली 1987(E) के तहत दी गई है।
गौरतलब है कि गांधी जयंती के 150वीं वर्षगांठ के मौके पर अदिति सिंह ने पार्टी व्हिप के खिलाफ जाते हुए सदन के विशेष सत्र में हिस्सा लिया था, जबकि पार्टी हाईकमान ने इस विशेष सत्र में हिस्सा न लेने के लिए कहा था। इसके बाद पार्टी की तरफ से अदिति को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया था। रिमाइंडर भी भेजा गया था, लेकिन उन्होंने उस नोटिस का जवाब भी नहीं दिया। इतना ही नहीं अदिति ने अनुच्छेद 370 और 35ए ख़त्म करने पर पार्टी लाइन से अलग जाकर बीजेपी सरकार के फैसले का स्वागत भी किया था। हाल ही के दिनों में अदिति सिंह की बीजेपी से नजदीकियां किसी से छिपी नहीं है।
10 बागियों को पार्टी से बर्खास्त कर चुकी है कांग्रेस
पिछले दिनों उत्तर प्रदेश कांग्रेस पार्टी की अनुशासन समिति ने पार्टी विरोधी गतिविधियों को लेकर सूबे के 10 वरिष्ठ नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाया था। इसके बाद कांग्रेस पार्टी से निकाले गए नेताओं ने सोमवार को लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यूपी कांग्रेस पर आरोप लगाया। निष्कासित नेताओं ने कहा कि अनुशासनहीनता के मामले में रायबरेली की विधायक अदिति सिंह के खिलाफ क्यों कार्रवाई नहीं हुई? वहीं, पूर्व मंत्री और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य सत्यदेव त्रिपाठी ने आरोप लगाते हुए कहा कि अदिति सिंह के खिलाफ कार्रवाई न करना कांग्रेस का दोहरा चरित्र है। अदिति सिंह के खिलाफ कार्रवाई करने की प्रदेश कांग्रेस में हिम्मत भी नहीं है।
इन 10 नेताओं को पार्टी से निकाला
पूर्व मंत्री सत्यदेव त्रिपाठी, राम कृष्ण द्विवेदी, पूर्व सांसद संतोष सिंह, पूर्व एमएलसी सिराज मेहंदी, पूर्व विधायक विनोद चौधरी, भूधर नारायण मिश्रा, हाफिज मो उमर, नेक चंद्र पांडेय और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य राजेन्द्र सिंह सोलंकी, पूर्व अध्यक्ष यूथ कांग्रेस स्वयं प्रकाश गोस्वामी और गोरखपुर के पूर्व जिलाध्यक्ष संजीव सिंह समेत कांग्रेस के 10 वरिष्ठ नेताओं को पार्टी से निकाला गया है।