मुंबई, महाराष्ट्र
महाराष्ट्र में चल रही सियासी हलचल दिनों-दिन बढ़ती ही नजर आ रही है। अब खबर है कि कांग्रेस और एनसीपी गुरुवार को सूबे में सरकार गठन के मुद्दे पर बैठक करने जा रही है। इसी बैठक के बाद सरकार गठन और कैबिनेट में किस पार्टी के कितने और क्या पद रहेंगे यह निर्णय लिया जाएगा।
कांग्रेस के सूत्रों के अनुसार इसके बाद शुक्रवार, 22 नवंबर को एनसीपी-कांग्रेस शुक्रवार को शिवसेना के साथ एक बैठक करेंगे और सरकार गठन को लेकर सभी फैसलों को अंतिम रूप दिया जाएगा। तीनों पार्टियों के बैठक के साथ ही सरकार गठन के संबंध में घोषणा कर दी जाएगा। वहीं, बताया जा रहा है कि तीनों पार्टियों के गठबंधन में सरकार का निर्माण झारखंड चुनावों के पहले चरण से पहले ही कर दिया जाएगा। वहीं, संजय राउत ने भी 1 दिसंबर तक महाराष्ट्र में नई सरकार बनने की बात कही है।
सही दिशा में जा रही है बातचीत
इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने गुरुवार को होने वाली कांग्रेस और एनसीपी की बैठक की जानकारी दी थी। चव्हाण ने कहा था कि कांग्रेस और एनसीपी के नेता गुरुवार एक बार फिर अपने नेताओं के साथ मीटिंग करेंगे। इस बैठक के बाद फिर दोनों पार्टियों के नेता दोपहर में एक बार फिर मिलेंगे।
उन्होंने कहा, ‘शिवसेना और एनसीपी के साथ बातचीत सही दिशा में जा रही है। शुक्रवार को मुंबई में साझा ऐलान किया जा सकता है।’ हालांकि, बताया जा रहा है कि सोनिया गांधी के साथ चल रही मीटिंग में कांग्रेस नेताओं को साफ़ निर्देश दिए गए हैं कि नेगोशिएशन में किसी भी तरह की जल्दबाजी न की जाए।
ढाई-ढाई साल सीएम के फॉर्मूले पर ही बात
सूत्रों के अनुसार, एनसीपी-कांग्रेस की बैठक में रोटेशनल सीएम पर सहमति बनने की खबर सामने आ रही है। जानकारी के मुताबिक पहले ढाई साल शिवसेना का सीएम रहेगा जिसके बाद एनसीपी का मुख्यमंत्री रहेगा। वहीं, कांग्रेस का उपमुख्यमंत्री रहेगा। बताया जा रहा है कि सभी तीन पार्टियों के विधायकों की संख्या के आधार पर मंत्रिपद मिलेगा। इससे पहले खबर आ रही थी कि 5 साल के लिए कांग्रेस को शिवसेना का मुख्यमंत्री होने पर कोई ऐतराज नहीं है।
संजय राउत ने कहा था- दो दिन में साफ होगी तस्वीर
गौरतलब है कि शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने बुधवार को दावा किया था कि आने वाले दो दिनों में महाराष्ट्र में सरकार गठन की तस्वीर साफ हो जाएगी। साथ ही उन्होंने कहा था कि सूबे की जनता चाहती है कि मुख्यमंत्री पद शिवसेना को मिले और उद्धव ठाकरे सीएम बनें। गौरतलब है कि परिणाम आने के बाद से ही संजय राउत लगातार शिवसेना के उम्मीदवार को ही मुख्यमंत्री बनाने की वकालत करते रहे हैं।