लखनऊ, यूपी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कांसगंज दौरे के दौरान हेलीपैड स्थल को लेकर हुई सुरक्षा में भारी चूक मामले में कार्यवाही करते हुए उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कासगंज के अधिशासी अभियंता, अवर अभियंता और सहायक अभियंता को निलंबित कर दिया। इन तीनों को मुख्यमंत्री योगी की सुरक्षा में लापरवाही बरतने का दोषी माना गया है। इसकी जानकारी उप मुख्यमंत्री केशव मौर्या ने ट्वीटर के ज़रिए दी।
मालूम हो कि आज सुबह मुख्यमंत्री योगी आंधी-तूफान व डकैती की वारदात से पीड़ित परिवारों से मिलने कासगंज पहुंचे थे। यहां मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर उतारे जाने के लिए सहावर तहसील के फरौली गाव में कस्तूरबा आवासीय विद्यालय में हेलीपैड बनवाया गया था। लेकिन सुरक्षा मानकों के अनुरूप नहीं था। हेलीपैड की जगह काफी छोटी थी, साथी ही उसके आस-पास काफी पेड़ थे। हेलीपैड निर्माण में खामी भांपकर पायलट ने सूझबूझ का परिचय देते हुए पास के खेत में इमरजेंसी लैंडिंग की थी।
खेत पर सुरक्षा व्यवस्था न होने के कारण हेलीकॉप्टर देखने के लिए सैकड़ो की संख्या में लोगों ने लैंडिंग स्थल की ओर दौड़ लगा दी। यह देख एडीजी आगरा अजय आनंद और डीएम आरपी सिंह समेत अफसरों के माथे पर पसीना आ गया और अफसरों ने हेलीकॉप्टर उतरने वाले खेत की ओर दौड़ लगा दी। कासगंज प्रशासन स्तर से हुई इस चूक की सूचना मिलते ही राजधानी लखनऊ में हड़कंप मच गया। तभी से प्रशासन स्तर पर बड़ी कार्रवाई की संभावना जताई जा रही थी।
वहीं लैडिंग के बाद कासगंज एसपी पीयूष श्रीवास्तव ने कहा था कि हैलीकाप्टर निर्धारित जगह न उतरकर खेत मे उतरा है, इसमें सुरक्षा की कोई चूक नहीं है। हैलीपेड का निर्माण पीडब्लूड़ी कराती है, इसमें कोई तकनीकी समस्या हो सकती है औऱ जांच के बाद ही सही स्थिति सामने आएगी। वहीं जिलाधिकारी कासगंज आर.पी सिंह ने भी मामले की जांच की बात कही थी।
उधर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कासगंज दौरे के समय हेलीपैड के स्थल मामले में हुई चूक पर कार्रवाई करते हुए उप मुख्यमंत्री व लोक निर्माण विभाग मंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कासगंज के अधिशासी अभियंता अवर अभियंता सहायक अभियंता को लापरवाही का दोषी मानते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।