जौनपुर, यूपी
यूपी में बीजेपी की सरकार बने अभी एक महीने भी नहीं हुए हैं कि मंत्रियों पर आरोप लगने शुरु हो गए हैं। सीएम आदित्यनाथ के मंत्रिमंडल में शामिल जौनपुर सदर से विधायक पर मकान कब्ज़ा करने का आरोप लगा है। मंत्री पर ये आरोप उसी मकान में रहने वाले दूसरे किराएदार ने लगाया है। इस मकान पर कोर्ट ने स्टे दिया हुआ है।
दरअसल ज़िले की सदर विधान सभा सीट से पहली बार चुनाव जीते प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री गिरीश यादव पर मकान कब्ज़ाने का आरोप लगा है। ये आरोप एडवोकेट प्यारेलाल ने लगाया है जो स्थानीय कचेहरी में प्रेक्टिस करते हैं। प्यारेलाल सदर कोतवाली के मोहल्ला ख्वाजगी टोला में रहते हैं। उन्होंने गिरीश यादव पर आरोप लगाया कि वह अपने भाई, भतीजे के साथ मिलकर मकान पर कब्ज़ा करना चाहते हैं। प्यारेलाल इस मकान पर पिछले 45 साल से रह रहे हैं। उन्होंने कहा कि मंत्री स्थानीय अधिकारियों पर दबाव डालकर मकान खाली कराने की कोशिश कर रहे हैं।
क्या है पूरा मामला
एडवोकेट प्यारेलाल का कहना हैं कि ख्वाजगी टोला में बतौर किरायेदार वह 45 साल से सपरिवार रह रहे हैं। उसी मकान के भूतल पर किराये पर मंत्री गिरीश चंद्र यादव भी करीब 10 साल से रह रहे हैं। प्यारेलाल ने बताया कि मंत्री गिरीश चंद्र उसे बेदखल करने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि इस मामले में कोर्ट ने स्टे दे रखा है। प्यारेलाल ने बताया कि मंत्री गिरीश चंद्र यादव ने बेदखली का केस भी कोर्ट में दाखिल किया था लेकिन उसे कोर्ट ने निरस्त कर दिया। उन्होंने बताया कि मंत्री अब अधिकारियों पर दबाव डालकर अपने लोगों के साथ इस मकान पर कब्ज़ा करना चाहते हैं।
वकीलों ने कब्ज़े का किया विरोध
एडवोकेट प्यारेलाल के समर्थन में वकील सामने आए हैं। इस मामले में कलेक्ट्रेट अधिवक्ता समिति के अध्यक्ष विजय प्रताप सिंह के नेतृत्व में पुलिस अधीक्षक से मुलाकात की और उन्हें ज्ञापन सौंपा। इस मामले में वकीलों ने कहा कि पुलिस बिना किसी दबाव के कार्रवाई करे जिससे आम लोगों में विश्वास पैदा हो। इस मौके पर ओमप्रकाश सिंह एडवोकेट, पं. यतींद्र नाथ त्रिपाठी, सुरेंद्र बहादुर सिंह, रामकृष्ण पाठक एडवोकेट, घनश्याम सिंह एडवोकेट, उमेश चंद्र उपाध्याय, हर्ष कुमार पाण्डेय समेत कई वकील मौजूद रहे।