लखनऊ, यूपी
सड़क पर आए दिन होनी वाली दुर्घटनाओं से न सिर्फ देश में हज़ारों मौते हो रही है बल्कि इससे देश के विकास पर बुरा असर भी पड़ रहा है। सड़क पर चलने वाले लोगों को जागरुक करने का बेड़ा सामाजिक संस्थाओं ने उठाया है। इस काम को सामाजिक संस्था एडोलेसेंट हेल्थ अकादमी, चाइल्ड लाइन संस्था और डॉ. बेग चाइल्ड केयर ने मिलकर सड़क सुरक्षा के प्रति आम लोगों को जागरुक किया।
राजधानी लखनऊ में मंगलवार को गोमती नगर के 1090 चौराहे पर सामाजिक संस्ताओं से जुड़े लोगों ने सड़क पर आम लोगों जागरुक किया। इस कार्यक्रम में खासतौर लखनऊ की डिप्टी कमिश्नर यातायात डा. ख्याति गर्ग, आईपीएस ने भाग लिया। उन्होंने कहा कि यातायात माह को दृष्टिगत रखते हुए सभी को सुरक्षित और सजग रहने की ज़रूरत है। उन्होंने आम लोगों को रोड सेफ़्टी एवं यातायात के नियमों के पालन करने की अपील की।
एसजीपीजीआई के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. पियालि भट्टाचार्य ने किसी भी आपात स्थिति में “आपातकालीन प्राथमिक चिकित्सा” के महत्व को सजीव उदाहरण देकर समझाया। उन्होंने कहा कि आपातकालीन चिकित्सा देने से कई लोगों की जान बचाई जा सकती है। इसी के क्रम में डॉ. निरुपमा पांडेय ने गोड एक्सीडेंट के बाद फ़र्स्ट ऐड के बारे में विस्तार से बताया।
महा-उदय सोसाईटी की प्रमुख आरिफा शौक़त ने कहा कि जिन माता-पिता के बच्चे गाड़ी चलाते हैं उन्हें बच्चों के व्यवहार पर नज़र रखने की ज़रूरत है।
एडोलेसेंट हेल्थ अकादमी के सचिव डॉ उत्कर्ष बंसल ने आकस्मिक अथवा आपात स्थिति में घायल को बिना किसी भी प्रकार नुक़सान पहुँचाए नज़दीकी स्वास्थ्य केंद्र पहुँचाने के तरीक़े को बहुत ही आसान उदाहरणों से समझाया। उन्होंने घायल लोगों की मदद कैसे की जाए इसको भी बताया।
कार्यक्रम का अन्त में लखनऊ के मशहूर पिडियाट्रिशियन, डॉ. बेग चाइल्ड क़ेयर एवं एडोलेसेंट हेल्थ अकादमी के प्रमुख डॉ. मिर्ज़ा वक़ार बेग ने आए चिकित्सकों एवं सम्मानित लोगों का धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने बच्चों को रोड सेफ़्टी के प्रति जागरुक करने का अभियान चलाने पर अपना विचार रखा।