लखनऊ, यूपी
योगी सरकार में मंत्री स्वाति सिंह का सीओ कैंट को धमकी देने का ऑडियो वायरल होने के बाद उनके समर्थन में बीजेपी एमएलसी देवेंद्र प्रताप सिंह उतर आए हैं। एमएलसी देवेंद्र प्रताप सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को खत लिखकर मंत्री स्वाति सिंह द्वारा सीओ बीनू सिंह को दिए गए निर्देश को सही ठहराया है। लेटर में कहा गया है कि कोई भी जनप्रतिनिधि या मंत्री जनसमस्याओं के समाधान के लिए किसी अधिकारी से याचक भाव में बात नहीं कर सकता। जनहित में निर्देश देना जनप्रतिनिधि का विधायी अधिकार है।
सीएम को लिखे खत में एमएलसी देवेंद्र प्रताप सिंह ने कहा है कि प्रदेश सरकार की मंत्री स्वाति सिंह ने ऐसा कुछ नहीं कहा, जो संसदीय गरिमा के विपरीत हो। बल्कि अधिकारी ने मंत्री से हुई बातचीत को स्वयं वायरल कर प्रशासनिक सेवा नियमावली का उल्लंघन किया है। इसलिए सीओ बीनू सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाए।
क्या है पूरा मामला?
धोखाधड़ी और ठगी के मामले में लखनऊ में अंसल ग्रुप के खिलाफ जांच चल रही है। मामले में ग्रुप के चेयरमैन से लेकर तमाम लोग फंसे हैं। इस बीच अंसल ग्रुप के खिलाफ दर्ज एक नई एफआईआर को लेकर योगी सरकार में मंत्री स्वाति सिंह ने लखनऊ में सीओ कैंट को फोन पर कथित तौर पर धमकी देने का ऑडियो वायरल हो गया। न्यूज़ 18 वायरल हुए इस कथित ऑडियो की पुष्टि नहीं करता।
ऑडियो में बातचीत के अंश
वायरल ऑडियो में सुनाई दे रहा है कि कोई शख्स सीओ को फोन कर कह रहा है कि माननीय मंत्री स्वाति सिंह बात करेंगीं। इसके बाद कॉल पर स्वाति सिंह आती हैं।
स्वाति सिंह– सीओ साहब, क्या आपने अंसल पर कोई एफआईआर लिखी है?
सीओ– हां, एक एफआईआर लिखी है।
स्वाति सिंह– क्यों लिखा आपने? क्या आपको पता नहीं है कि ऊपर से आदेश है कि कोई एफआईआर लिखा नहीं जाएगा। फर्जी एफआईआर लिखे जा रहे हैं उसके ऊपर।
सीओ– वो तो जांच करके एफआईआर लिखी गई है।
स्वाति सिंह– कौन सी जांच हो गई भाई? इतना हाईप्रोफाइल केस है। जांच चल रही है, सीएम साहब तक के संज्ञान में चीजें हैं। आप ने कौन सी जांच कर दी, चार दिन आए हुए हुआ आपको।
सीओ– पहले की एप्लीकेशन है न, पांच-छह महीने पहले की।
स्वाति सिंह– अरे फर्जी है यह सब, खत्म कीजिए इसको। एक दिन आकर बैठ लीजिएगा, अगर यहां पर काम करना है तो। ठीक है। मैं गलत काम नहीं बोलती हूं। पता कर लीजिएगा।
सीओ– ठीक है।