नई दिल्ली
बीजेपी महासचिव राम माधव ने शनिवार को एक पुस्तक विमोचन के कार्यक्रम में कहा कि आज ग्लोबल पॉलिटिक्स के अंदर बड़ा परिवर्तन आया है। अब लीडरशिप का दौर चल रहा है। लीडर कमजोर हो तो दुनिया के देशों में सरकारें महीने-दो महीने ही चल रही हैं। बाकि सब तो राजनीति में आंकडों का खेल चलता रहेगा। इसमें हम सब बहुत माहिर हो गए है। बिना चुनाव लड़े भी हम सरकार बना लेते हैं।
बीजेपी नेता ने कार्यक्रम में कहा कि हमारी पार्टी के बारे में आलोचक कहते है कि अमित शाह ने बीजेपी को केवल इलेक्शन विनिंग मशीन बना दिया है, तो हम क्या राजनीति में चैरिटी करने के लिए आए है। हम तो यहां चुनाव जीतने के लिए है, तो फिर इलेक्शन जीतने की मशीन बताना क्या होता है। अमित भाई ने पार्टी को इस मोड में रखा कि जब भी चुनाव हो बीजेपी तैयार है। इसके लिए उन्होंने संगठन को मजबूत बनाने का काम किया है।
बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने कहा है कि देश इन दिनों ‘ट्रांसफॉर्मेटिव पोलिटिक्स’ के दौर से गुजर रहा है। अब ‘डिवाइड’ नहीं ‘परफॉर्मेस पॉलिटिक्स’ का दौर शुरू हुआ है। उन्होंने बीजेपी की दोबारा जीत का श्रेय मोदी, शाह और राहुल गांधी को दिया। राम माधव ने कहा कि ‘परफॉर्मेस पॉलिटिक्स’ से देश और समाज को एकजुट करके भी राजनीति की जा सकती है, यह 2014 और 2019 में समूचा देश देख चुका है। जब ऐसी राजनीति होती है तो जाति-उपजाति कुछ काम नहीं करता।
राम माधव ने कहा कि साल 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी की जीत की वजहें बताईं। साल 2014 के लोकसभा चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि इसमें पार्टी की जीत के पीछे तीन कारण थे। पहला कारण था- गुजरात में मुख्यमंत्री के रूप में मोदी की अर्जित प्रतिष्ठा, दूसरा- कांग्रेस के दस वर्षो का कुशासन और तीसरा संघ परिवार। इन सब के दम पर बीजेपी को जीत मिली थी।
बीजेपी महासचिव ने कहा कि सत्ता में ज्यादा समय रहने के बाद ‘एंटी इनकम्बेंसी’ भी होती है, मगर नरेंद्र मोदी ‘एंटी इनकम्बेंसी’ को हराने वाले नेता साबित हुए। उन्होंने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव की जीत में संघ परिवार का कम योगदान नहीं है। संघ परिवार साढ़े तीन लाख गांवों में जनजागरण अभियान के जरिए जनता तक पहुंचा था। वहीं, बीजेपी का संगठन रिपोर्ट कार्ड लेकर जनता के बीच गया, जिससे जनता के बीच भरोसा पैदा हुआ।
राम माधव ने बताया कि बीजेपी ने सरकारी योजनाओं के 23 करोड़ लाभार्थियों, यानी करीब 40 करोड़ मतदाताओं को अपने टारगेट (लक्ष्य) पर रखा। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने सरकारी योजनाओं का लाभ पाने वाले 23 करोड़ लोगों की सूची बूथ लेवल तक भिजवाई, जिससे संगठन उन तक पहुंचकर जोड़ने में सफल रहा।
उन्होंने आगे कहा कि आज जब आदमी टॉयलेट जाता है तो मोदी को याद करता है, जब चाय पीता है तो गैस सिलिंडर देखकर मोदी को याद करता है। किसान जब खेत में जाता है तो भी मोदी को याद करता है। आज लोग दिन में दस बार मोदीजी को याद करते हैं, क्योंकि मोदी ने ऐसे काम किए हैं, जो जनता के दैनिक जीवन को प्रभावित करते हैं।
राम माधव ने चुटकी लेते हुए कहा कि 2019 के चुनाव में बीजेपी को जिताने के लिए तीन लोग काम कर रहे थे। एक मोदी, दूसरे अमितजी और तीसरे राहुल भाई ने खूब मेहनत किया।
बीजेपी महासचिव राम माधव ने संबोधन के कहा कि रणनीति क्या होती है, यह अमित शाह से सीखनी चाहिए। सरकार केवल अच्छा काम करने से वापस आएगी, यह जरूरी नहीं। जरूरत होती है उन अच्छे कामों को जनता के बीच ले जाने की। यह काम अमित शाह के नेतृत्व में संगठन ने बखूबी किया।
राम माधव ने देश की बदलती राजनीति का कनेक्शन अमेरिका और ओबामा फैक्टर से जोड़ा और कहा, ‘अमेरिका में पहली बार ओबामा ने सीधे वोटर्स को कनेक्ट करने के लिए जिस इलेक्टोरल मैकेनिज्म को बनाया था, आज उसी मैकेनिज्म पर भारत में काम हो रहा है। पहले मीडिया और बाहुबलियों की मदद से चुनाव जीते जाते थे, मगर अब देश में ये चीजें गौण हो चुकी हैं। अब बीच में किसी की मदद लेने की जगह सीधे जनता तक पहुंचकर चुनाव जीते जा रहे है।’