लखनऊ, यूपी
यूपी में नए सीएम योगी आदित्यनाथ के शपथ लेने के दिन ही बीएसपी के नेता की सरेआम हत्या कर दी गई। घटना इलाहाबाद की है जहां बीएसपी नेता मोहम्मद शमी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस हत्याकांड के बाद प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर नई सरकार की ये पहली चुनौती है। मोहम्मद शमी कुंडा से राजा भैया के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं।
घटना मऊआइमा कस्बे की है, जहां बताया जा रहा है कि इतवार रात पूर्व ब्लॉक प्रमुख मोहम्मद शमी अपने दोस्तों के साथ ढाबे पर खाना खाने गए थे। खाने के बाद शमी अपने दफ्तर में चले गए। इसके बाद जब वह अपनी कार की तरफ बढ़े तो बदमाशों ने उन पर गोलियां बरसा दीं। गोली लगते ही शमी गिर गए और बदमाश वहां से फरार हो गए।
रविवार रात हुई हत्या
इलाहाबाद में बदमाशों ने इतवार रात बीएसपी नेता की गोली मारकर हत्या कर दी। बदमाशों ने मोहम्मद शमी के दफ्तर परिसर में घुसकर वारदात को अंजाम दिया। हमले के बाद बदमाश फरार हो गए। मृतक मोहम्मद शमी ब्लॉक प्रमुख रह चुके हैं। वारदात के बाद नाराज़ समर्थकों ने इलाहाबाद-प्रतापगढ़ रोड जाम कर दिया और जमकर नारेबाज़ी की।
क्या कहते हैं मंत्री
हत्या को लेकर कैबिनेट मंत्री और इलाहाबाद से नवनिर्वाचित विधायक सिद्धार्थनाथ सिंह से सवाल पूछा गया तो उन्होंने वारदात को अलग ही रंग देने की कोशिश की। सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि मृतक बीएसपी नेता हिस्ट्रीशीटर है और उसके खिलाफ कई केस दर्ज हैं। सिद्धार्थनाथ ने कहा कि ऐसा लगता है ये हत्या निजी रंजिश के चलते की गई।
कौन हैं मोहम्मद शमी
मोहम्मद शमी इलाके के बड़े नेता हैं। वह तीन बार मऊआइमा के ब्लॉक प्रमुख रह चुके हैं। वह कई बार विधान सभा का चुनाव लड़ चुके हैं। राजा भैया के खिलाफ भी वह चुनाव लड़ चुके हैं। इस मामले में शमी के परिवार ने मऊआइमा के ब्लॉक प्रमुख सुधीर मौर्या समेत कई लोगों के खिलाफ तहरीर दी है।
पुलिस रिकॉर्ड में हिस्ट्रीशीटर
मोहम्मद शमी के खिलाफ कई आपराधिक केस दर्ज हैं। पुलिस रिकॉर्ड में शमी एक हिस्ट्रीशीटर थे। पुलिस के मुताबिक 65 साल के शमी के खिलाफ 31 केस दर्ज हैं। जिनमें मर्डर, डकैती और लूट जैसे गंभीर अपराध भी शामिल हैं। इसके अलावा उनके ऊपर जमीनी विवाद के मामले भी चल रहे हैं।