नई दिल्ली
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को दिल्ली के रामलीला मैदान पर लगातार तीसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। केजरीवाल के साथ छह मंत्रियों ने भी शपथ ली, जिसमें मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन, इमरान हुसैन, गोपाल राय, राजेंद्र गौतम और कैलाश गहलोत का नाम शामिल हैं। इनमें से केजरीवाल के तीन मंत्रियों में गोपाल राय ने आजादी के शहीदों के नाम पर शपथ ली, इमरान हुसैन ने अल्लाह और राजेंद्र पाल गौतम ने तथगत बुद्ध के नाम पर शपथ ली।
आपको बता दें कि कोई भी मंत्री दो बार शपथ लेता है एक बार संविधान के नाम पर और दूसरा मंत्री के तौर पर शपथ लेते हैं। शपथ के दौरान यह कहते हैं मंत्री…
मैं, अमुक, ईश्वर की शपथ लेता हूं / सत्यनिष्ठा से प्रतिज्ञान करता हूं कि मैं विधि द्वारा स्थापित भारत के संविधान के प्रति सच्ची श्रद्धा और निष्ठा रखूंगा, मैं भारत की प्रभुता और अखंडता अक्षुण्ण रखूंगा, मैं… राज्य के मंत्री के रूप में अपने कर्तव्यों का श्रद्धापूर्वक और शुद्ध अंत:करण से निर्वहन करूंगा तथा मैं भय या पक्षपात, अनुराग या द्वेष के बिना, सभी प्रकार के लोगों के प्रति संविधान और विधि के अनुसार कार्य करूंगा।’
‘मैं, अमुक, ईश्वर की शपथ लेता हूं / सत्यनिष्ठा से प्रतिज्ञान करता हूं कि जो विषय राज्य के मंत्री के रूप में मेरे विचार के लिए लाया जायेगा अथवा मुझे ज्ञात होगा उसे किसी व्यक्ति या व्यक्तियों को, तब के सिवाय जबकि ऐसे मंत्री के रूप में अपने कर्तव्यों के सम्यक निर्वहन के लिए ऐसा करना अपेक्षित हो, मैं प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से संसूचित या प्रकट नहीं करूंगा।’
कौन है वो मंत्री
गोपाल राय
दिल्ली कैबिनेट में गोपाल राय, केजरीवाल के विश्वासपात्र हैं। इनके पास पिछली विधानसभा में सामान्य प्रशासन विभाग, सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण और श्रम का प्रभार संभालने के अलावा ग्रामीण विकास विभाग था। राय आम आदमी पार्टी की दिल्ली राज्य इकाई के संयोजक भी हैं।
इमरान हुसैन
इमरान हुसैन, जिन्हें केजरीवाल के मंत्रिमंडल में अपने पहले कार्यकाल के दौरान राजधानी में पर्यावरणीय मानदंडों को लागू करने का श्रेय दिया जाता है, ने पर्यावरण और वन, खाद्य और आपूर्ति का प्रभार संभाल चुके हैं।
राजेंद्र गौतम
राजेंद्र गौतम, एक वकील, जो कि 2014 में आम आदमी पार्टी में शामिल हुए, AAP की राष्ट्रीय कार्यकारिणी का सदस्य भी हैं। वह एससी और एसटी, गुरुद्वारा चुनाव, जल और सहकारी समितियों के रजिस्ट्रार के साथ समाज कल्याण विभाग के प्रभारी थे।