डिप्टी सीएम पी पुष्पा श्रीवानी को जुबान फिसलने की वजह से शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा। शनिवार को उन्होंने कहा, ‘हमारी सरकार का लक्ष्य आंध्र प्रदेश में भ्रष्ट शासन मुहैया कराना है।’ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा, ‘हमारी सरकार का लक्ष्य राज्य में भ्रष्ट शासन देना है।’ दरअसल नई डिप्टी सीएम ‘भ्रष्टाचार मुक्त शासन’ कहना चाहती थीं लेकिन उनकी जुबान से ‘भ्रष्टाचार शासन’ निकल गया। श्रीवानी डिप्टी सीएम बनने के बाद पहली बार अपने गृह जनपद आईं थीं।
इस मामले में विपक्षी पार्टी टीडीपी (TDP) ने निशाना साधते हुए कहा, ‘हम डिप्टी सीएम के बयान से सहमत हैं।’ टीडीपी ने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर कहा, ‘अपने लक्ष्य के बारे में बताने के लिए धन्यवाद मैडम, हम आपके बयान से सहमत हैं। बता दें कि सीएम जगन मोहन रेड्डी ने बीते हफ्ते राज्य में पांच डिप्टी सीएम की नियुक्ति की है। हालही में बीते विधानसभा चुनावों में रेड्डी के नेतृत्व में वाईएसआर कांग्रेस ने 151 सीटें जीती थीं और एन चंद्रबाबू नायडू की पार्टी टीडीपी केवल 23 सीटों पर ही निपट गई थी।
आंध्र प्रदेश के विधानसभा चुनावों में ऐतिहासिक जीत दर्ज करने वाले जगन मोहन रेड्डी ने सत्ता में बिल्कुल अनोखा फार्मूला पेश किया है। वाईएसआर कांग्रेस की कैबिनेट में 5 डिप्टी सीएम हैं। भारत के सियासी इतिहास में संभवत: ऐसा पहली बार ही होगा जब कि सरकार में 5 उपमुख्यमंत्री होंगे। जगन मोहन रेड्डी की कैबिनेट में 25 सदस्य हैं जिनमें 5 उपमुख्यमंत्री शामिल होंगे। जगन मोहन ने 5 डिप्टी सीएम का फार्मूला राज्य में सभी वर्गों और जातियों संतुलन के लिए किया है। इन पांचों में एक अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक और कापू समुदाय से होगा।