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12 Oct 2024, Sat

लखनऊ, यूपी

संसद में नागरिकता संशोधन जिसे कैब के नाम से जाना जा रहा है। जैसे ही यह ससंद में पास हुआ देश में भर इसके खिलाफ आन्दोलन की शुरूआत हो गयी है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सैकड़ो तंजीमो के साथ शहर के बुध्दिजीवी वर्ग, मुस्लिम उलेमा, प्रगतिशील समाज और सामाजिक कार्यकर्ताओ ने हिस्सा लिया। जिसके बाद बैठक में कैब व एनआरसी के खिलाफ लम्बी मुहीम चलाने के लिए “संविधान बचाओ, देश बचाओ अभियान” आन्दोलन की नीव रखी गयी जिसका मुख्यालय लखनऊ रखा गया है।

आन्दोलन की रणनीति चलाने के लिए बाकायदा एक टीम/कोर कमिटी का गठन हुआ है। “संविधान बचाओ, देश बचाओ अभियान” को सुचारू रूप से चलाने के लिए बतौर चेयरमैन प्रो रमेश दीक्षित व प्रो रूप रेखा वर्मा को चुना गया। कन्वीनर के बतौर प्रो पवन राव आंबेडकर, प्रो अब्दुल हफीज गाँधी व सुमैया राना और आन्दोलन के नेतृत्व का ज़िम्मा अमीक जामेई के कंधे पर डाला गया।

“संविधान बचाओ, देश बचाओ अभियान” ने तय किया है की वह उत्तर प्रदेश में 13 जनवरी 2020 को लक्ष्मण झुला मैदान में कैब और एनआरसी के खिलाफ बड़ी तादाद में जमा होंगे। गौरतलब हो कि इस दिन महात्मा गाँधी ने आखिरी बार व्रत रखा था। जब पाक में हिन्दू अल्पसंख्यक और भारत में मुस्लिम अल्पसंख्यको के दंगो में क़त्ल हो रहे थे। कमेटी ने बताया है कि यह आन्दोलन पूर्णत: अहिंसक और गाँधी की रास्ते से होगा और विपक्ष के बड़े नेता शामिल होंगे।

यह साफ़ है आन्दोलन कैब एनारसी लागू नहीं होने देना चाहता इसलिए “संविधान बचाओ, देश बचाओ अभियान” ने विपक्षी दलों का समर्थन माँगा है। इससे पहले लखनऊ की आंबेडकर प्रतिमा पर “संविधान बचाओ, देश बचाओ अभियान” का धरना के साथ जौनपुर की जामा मस्जिद पर एक बड़ा प्रदर्शन हो चुका है।

उत्तर प्रदेश में तेज़ी से उभरते संविधान बचाओ देश बचाओ आन्दोलन को आज और ताक़त मिली है। 16 दिसंबर को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने पूरे प्रदेश में आन्दोलन को समर्थन दे दिया है। अखिलेश यादव ने कहा है कि CAB संविधान के खिलाफ है और संसद से लेकर सड़क इसका विरोध होगा। उन्होंने “संविधान बचाओ देश बचाओ अभियान” की कोर ग्रुप से चेयरमैन प्रो रमेश दीक्षित, प्रो रूप रेखा चौहान और इसके कन्वीनर अमीक जामेई व महत्वपूर्ण सदस्यो से कहा है कि प्रदेश में “संविधान बचाओ देश बचाओ अभियान” को समाजवादी पार्टी समर्थन देती है।

19 दिंसबर को अशफाकुल्लाह और राम प्रसाद बिस्मिल की शहादत को याद करते हुये पूरे देश में सिविल सोसायटी की तरफ से देश में कैब एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन होंगे। कमेटी ने कहा कि वह नागरिको से कहेगी की शांतिपूर्ण व गांधी के रास्ते से होने वाले मूक मोर्चा में शामिल हो और अशफाक-बिस्मिल की शहादत को याद करते हुए कौमी एकता की क़सम ले कि इस देश में धर्म के नाम पर संविधान को या हिन्दू मुस्लिम एकता को टूटने नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि याद रहे भारतीय जनता पार्टी आन्दोलन में हिंसा का प्रयोग कर पुलिस के सहयोग से अभियान को तोड़ने की कोशिश करेगी जिसे नाकाम करना है। और यह भी याद रखे की अगर किसी को हिंसा करते हुए देखे तो उसे पुलिस को सूचित करे।

“संविधान बचाओ, देश बचाओ अभियान” अभी विपक्षी दलों के अन्य बड़े नेताओ से मुलाक़ात कर उनसे ज़मीनी स्तर पर सहयोग के लिए मिलने जाएगा। कमेटी ने आन्दोलन में साथ देने के लिए अखिलेश यादव को शुक्रिया अदा किया है। अभियान के को-कन्वीनर प्रो अब्दुल हाफिज गाँधी ने कहा कि कैब को “वसुधैव कुतुम्बुकम” व संविधान विरोधी बताया है। उन्होंने कहा कि यह पहली बार हुआ है जब केंद्र की सरकार नागरिको को बाँट कर बेरोज़गारी कुपोषण महगाई, गिरती जीडीपी से जनता का ध्यान हटाना चाहती है।

By #AARECH