सदर अस्पताल में शुक्रवार को इलाज के क्रम में वृद्ध महिला की मौत हो जाने के बाद ना तो स्ट्रेचर उपलब्ध कराया गया और ना ही शव को ले जाने के लिए शव वाहन दिया गया। परेशान परिजन कंधे पर शव को लेकर सदर अस्पताल में भटकते रहे और बाद में अपने स्तर से पिकअप गाड़ी रिजर्व कर शव को लेकर गांव के लिए रवाना हुए।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ओबरा थाना क्षेत्र के हरिना गांव निवासी अमित सिंह की दादी शांति देवी की तबीयत शुक्रवार को बिगड़ गई। आनन-फानन में परिजन उन्हें लेकर सदर अस्पताल आए जहां इलाज के बाद उनकी मौत हो गई। इसके बाद परिजन शव के पास बिलखने लगे। शव को बाहर ले जाने के लिए ना तो स्ट्रेचर उपलब्ध कराई गई और ना ही शव वाहन दिया गया जबकि सदर अस्पताल में शव वाहन उपलब्ध है। परिजन बेसुध होकर यहां रोते बिलखते रहे।
पोता अमित सिंह सहित अन्य लोग लाश लेकर बाहर निकले। अमित सिंह लाश को कंधे पर लेकर निबंधन काउंटर तक गए और वहां पिकअप वाहन मंगवा कर लाश को उसमें रख दिया। उन्होंने कहा कि सदर अस्पताल से उन्हें स्ट्रेचर नहीं दी गई और ना ही एंबुलेंस मिली। इसके बाद उन्होंने खुद ही गाड़ी की व्यवस्था की। इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि उन्हें मामले की जानकारी नहीं थी। यदि एंबुलेंस नहीं दी गई थी तो परिजन सूचना देते, उन्हें गाड़ी अवश्य उपलब्ध कराई जाती। उन्होंने कहा कि मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी। स्ट्रेचर अस्पताल में उपलब्ध है और किस स्तर पर लापरवाही बरती गई है उसकी जांच होगी।