जौनपुर, यूपी
देश के सबसे बड़े अल्पसंख्यक तबके की सामाजिक व शैक्षणिक खस्ताहाली की सबसे बड़ी ज़िम्मेदार राजनीतिक पार्टियां हैं। जो मुसलमानों के शैक्षणिक, आर्थिक व सामाजिक सुधार के नाम पर वोट तो लेती हैं परन्तु सत्ता में आने के बाद अपने वायदे से मुकर जाती हैं। इस कारण ए.आई.एम.आई.एम दलित एवं अल्पसंख्यकों के उत्थान हेतु सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष कर रही है। उक्त बातें ए.आई.एम.आई.एम जिलाध्यक्ष इमरान बंटी ने सदर विधानसभा अन्तर्गत सोंगर बाज़ार में आल इंडिया मजलिस -ए-इत्तेहादुल मुस्लेमीन सदर विधानसभा इकाई द्वारा किये जा रहे जनजागरूकता सम्मेलन में कही।
उन्होंने कहा कि मुसलमानों की हालात को सुधारने के लिए जस्टिस सच्चर ने 73 सूत्रीय सिफारिश सरकार से की थी परन्तु कांग्रेस तथा बीजेपी की सरकार ने शिफारिशों पर अमल नहीं किया। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार का सबका साथ-सबका विकास का नारा पूरी तरह फेल हो चुका है। अल्पसंख्यक समाज डर के साए में जी रहा है। हरियाणा के गरुग्राम की घटना एक बार फिर लिनचिंग का ज़ख्म हरा कर दी है। उन्होंने कहा कि किसान बदहाल है, बेरोज़गारी चरम पर है। यूएन की 156 देशो की विश्व खुशहाली रिपोर्ट भारत 140 पायदान पर है।
सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे विधानसभा अध्यक्ष आशाद खांन ने कहा कि पार्टी का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। पार्टी जनसमस्याओं को लेकर कार्य कर रही है। जनजागरूकता कार्यक्रम के द्वारा जनता को जागरूक करने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस -बीजेपी के साथ-साथ क्षेत्रीय पार्टियों ने भी मुसलमानों को ठगा है। इस लिए राजनीतिक जागरूकता का परिचय देते हुए श्री ओवैसी के हाथ को मजबूत करना अतिआवश्यक है।
सभा को अरुण पांडेय,जिला सचिव मंज़ूर अहमद ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से आसिफ शेख, कमालुद्दीन, असहाब, आरिफ, अलाउद्दिन, फरीद, आरिफ अंसारी, अब्दुल्लाह डंपी, तारिक खान, ज़फ़र मंसूरी, शाहनवाज, सल्ली मुख्य रूप से उपस्थित रहें।