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18 Jan 2025, Sat

नई दिल्ली,

राजधानी दिल्ली के चांदनी चौक से विधायक अलका लांबा ने आम आदमी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। पिछले काफी दिनों से इस बात की चर्चा चल रही थी कि वो पार्टी छोड़ सकती हैं। हाल ही में उन्होंने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। इसके बाद चर्चाओं और अटकलों का बाजार गर्म हो गया था। अलका लांबा ने पार्टी छोड़ने की घोषणा ट्वीट कर दी है।

लांबा ने शुक्रवार को ट्वीट कर लिखा, ‘आम आदमी पार्टी को गुड बाय कहने और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने का समय आ गया है। पिछले छह साल की यात्रा सीखने के लिहाज से काफी अच्छी रही। सभी को धन्यवाद।’

मंगलवार को सोनिया गांधी से की थी मुलाकात
अलका लांबा की आम आदमी पार्टी छोड़ने की घोषणा बिल्कुल भी चौकाने वाली नहीं है। इसको लेकर पिछले काफी दिनों से अटकलों का बाजार गर्म था। साथ ही उन्होंने काफी पहले ही घोषणा कर दी थी कि वे 2020 का दिल्ली विधानसभा चुनाव निर्दलीय के तौर पर लड़ेंगी। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से उनकी नाराजगी के चर्चे हर तरफ हो रहे थे। 43 वर्षीय अलका लांबा ने मंगलवार को ही कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया से मुलाकात की थी। मुलाकात के बाद उन्होंने कहा था कि देश के वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य पर उनसे चर्चा हुई।

आप जॉइन करने से पहले 20 साल कांग्रेस में रहीं
2013 में आम आदमी पार्टी जॉइन करने से पहले अलका लांबा 20 साल तक कांग्रेस में रहीं। इस साल हुए लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद उन्होंने अरविंद केजरीवाल की जबावदेही तय करने की मांग की थी। इसके बाद पार्टी के विधायकों ने उन्हें वॉट्सऐप ग्रुप से बाहर कर दिया। इसके अलावा उन्होंने पार्टी के लिए चुनाव प्रचार करने से भी मना कर दिया था।

राजीव गांधी के मामले पर किया था पुरजोर विरोध
आम आदमी पार्टी से अलका लांबा की अलगाव की कहानी पिछले साल ही शुरू हो गई थी। पूर्व प्रधानमंत्री और कांग्रेस नेता राजीव गांधी से भारत रत्न वापस लेने के लिए आप द्वारा लाए गए प्रस्ताव का लांबा ने पुरजोर विरोध किया था। अलका के इस्तीफे के बाद ये कयास लगाया जा रहा है कि वे जल्द ही कांग्रेस जॉइन कर सकती हैं।

 

By #AARECH