समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि बीजेपी राज में महिलाएं और बेटियां सुरक्षित नहीं है। हर दिन बलात्कार और यौन हिंसा के मामले दर्ज हो रहे हैं। नाबालिग बच्चियां भी इस क्रूरता की शिकार हो रही हैं। ऐसी सरकार को सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।
उन्होंने सोमवार को जारी एक बयान में कहा है कि हालत दिन पर दिन खराब होते जा रहे हैं। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के कथित प्रचारक सत्ता में रहते हुए भी अमानवीय घटनाओं पर रोक लगाने में विफल हैं। अभियोजन पक्ष तो और भी कमजोर है जिसका अपराधी फायदा उठाते हैं। इसमें सत्ता पक्ष की नीतियां भी दोषी हैं।
समाजवादी सरकार में महिलाओं से छेड़छाड़ की घटनाएं रोकने के लिए 1090 योजना शुरू की गई थी। इस व्यवस्था को बीजेपी सरकार ने शिथिल कर दिया है। सपा अध्यक्ष ने कहा है कि मैनपुरी नवोदय विद्यालय में छात्रा की संदिग्ध मौत दो महीने पहले हुई लेकिन जांच में लेट-लतीफी हुई।
सीतापुर में मछेरहटा के एक गांव में किशोरी से बंधक बनाकर दुराचार किया गया। प्रदेश के तमाम जिलों से ऐसी ही घटनाएं सामने आई हैं। ये ताजा घटनाएं हैं जो दिल दहलाती हैं। दिल्ली के निर्भया कांड से लेकर हैदराबाद के प्रियंका कांड तक सरकारों का संवेदनहीन रवैया ही सामने आता है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में उन्नाव व शाहजहांपुर कांड जैसी घटनाएं इंसानियत को कलंकित करने वाली रही है। सवाल उठाते हुए कहा कि कानून-व्यवस्था बनाने पर करोड़ों का बजट खर्च करने वाली सरकार क्या दिन या रात में बेटियों-बहुओं का घर से बाहर निकलना सुरक्षित नहीं बना सकती है? सरकार सुरक्षित व्यवस्था नहीं बना सकती हैं तो उसे सत्ता में बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।