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24 Jun 2025, Tue

6 दिसंबर: एमआईएम ने ज़िला मुख्यालयों पर किया प्रदर्शन

लखनऊ, यूपी

अयोध्या में 6 दिसंबर 1992 को बाबरी मस्जिद की शहादत के खिलाफ एमआईएम ने यूपी में  आज सभी ज़िला मुख्यालयों पर प्रदर्शन किया और ज़िलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन दिया। एमआईएम ने ज्ञापन में बाबरी मस्जिद की शहादत के ज़िम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। इसके साथ ही एमआईएम ने तत्कालीन पीएम के किए वादे के अनुसार बाबरी मस्जिद को उसी जगह बनाने की मांग की है।

रामपुर में प्रदर्शन करते एमआईएम के कार्यकर्ता
रामपुर में प्रदर्शन करते एमआईएम के कार्यकर्ता

राष्ट्रपति को भेजे गए ज्ञापन में एमआईएम ने कहा है कि बाबरी मस्जिद की शहादत के ज़िम्मेदार सभी आरोपियों को फौरन गिरफ्तार करके उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए। बाबरी मस्जिद की जमीन मुसलामनों को सौंपा जाए। शहादत के वक्त तत्कालीन पीएम के वादे अनुसार बाबरी मस्जिद को दोबारा उसी जगह बनाया जाए।

ज्ञापन में कहा गया है कि बाबरी मस्जिद की शहादत में शामिल आरएसएस, बजरंग दल, वीएचपी, शिवसेना, हिंदू महासभा जैसे संगठनों पर प्रतिबंध लगाया जाए। बाबरी मस्जिद की जमीन पर रखी मूर्ती को फौरन हटाया जाए और वहां मुसलमानों को नमाज़ पढ़ने की इजाज़त दी जाए।

लखनऊ में पार्टी कार्यालय में पीएनएस से बात करते हुए पार्टी के प्रदेश संयोजक शौकत अली ने बताया कि पूरे प्रदेश में एमआईएम के कार्यकर्ताओं ने ज़िलाध्यक्ष के नेतृत्व में शांतिपूर्ण तरीके से डीएम को ज्ञापन दिया है और बाबरी मस्जिद की शहादत पर विरोध दर्ज कराया है। ये प्रदर्शन प्रदेश के 61 ज़िलों में किया गया।

शौकत अली ने कहा कि एमआईएम बाबरी मस्जिद की शहादत का हमेशा विरोध करती रहेगी क्योंकि ये मसला सिर्फ एक मस्जिद का नहीं बल्कि देश के संविधान को कमज़ोर करने का है। ये दिन मुल्क के लिए काला दिन था। इस दिन न सिर्फ मुल्क के मुसलमानों बल्कि हर भारतीय को दिली तकलीफ हुई थी। उन्होंने कहा कि हमें मुल्क की अदालतों पर पूरा भरोसा है, लेकिन हम कब तक इंसाफ का इंतज़ार करेंगे।

पार्टी के नेता हामिद संजरी ने कहा कि जो लोग बाबरी मस्जिद शहीद करने के ज़िम्मेदार हैं वो आज भी खुलेआम घूम रहे हैं। उन्होंने ने कहा कि जो इसके जिम्मेदार है उन्हें जल्द से जल्द कड़ी सज़ा दी जाए ताकि अमन पसंद लोगों में इंसाफ की उम्मीद बनी रहे।