आगरा, यूपी
यूपी बार काउंसिल (UP Bar Council) की अध्यक्ष दरवेश यादव (Darvesh Yadav) की बुधवार दोपहर बाद आगरा दीवानी कचहरी में गोली मारकर की गई हत्या के पीछे एक बड़ी साजिश की बात सामने आ रही है। दरवेश यादव के भतीजे सनी द्वारा कराई गई एफआईआर के मुताबिक हत्याकांड में मुख्य आरोपी मनीष शर्मा के साथ उसकी पत्नी वंदना और एक अन्य वकील गुलेच्छा विनीत शामिल थे। सनी का आरोप है कि हत्यारे जेवर और गाड़ी पर कब्जा करना चाहते थे।
सनी के मुताबिक, मनीष की पत्नी वंदना कई दिनों से उनकी बुआ (दरवेश यादव) को फोन कर धमकियां दे रही थी।वंदना ने उसकी बुआ से कहा था कि वह उसके पति से पैसा और जेवरात न मांगे। सनी का आरोप है कि मनीष ने उसकी बुआ के चैंबर पर भी कब्जा कर रखा था।
चैंबर व कुछ निजी कारणों को लेकर थी अनबन
सनी का कहना है कि बुधवार को पूर्व अधिवक्ता विनीत गुलेच्छा मनीष को साजिश के तहत अपने साथ कचहरी लाया और उसकी बुआ की हत्या करवा दी। जानकारी के मुताबिक मनीष व दरवेश 8-10 साल से साथ थे। उनके बीच चैंबर व कुछ निजी कारणों को लेकर अनबन थी। दरवेश पिछले कुछ समय से अरविंद मिश्रा के चैंबर में ही बैठ रही थीं।
अधिवक्ता करेंगे कार्य बहिष्कार
हाई कोर्ट लखनऊ बेंच में अवध बार असोसिएशन के अध्यक्ष आनंद मणि त्रिपाठी ने ऐलान किया है कि दरवेश यादव की हत्या के विरोध में सभी अधिवक्ता गुरुवार को न्यायिक कार्य का बहिष्कार करेंगे। उन्होंने बार काउंसिल से जुड़े सभी पदाधिकारियों को सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की है।
बार काउंसिल की पहली महिला अध्यक्ष थीं दरवेश
मूल रूप से एटा निवासी दरवेश सिंह रविवार को ही उत्तर प्रदेश बार काउंसिल की पहली महिला अध्यक्ष निर्वाचित हुईं थीं। वह 2016 में बार काउंसिल की उपाध्यक्ष और 2017 में कार्यकारी अध्यक्ष भी रह चुकी हैं। वह पहली बार 2012 में सदस्य पद पर विजयी हुई थीं। दरवेश यादव का गुरुवार को उनके पैतृक गांव एटा में अंतिम संस्कार किया जाएगा।