लखनऊ, यूपी
यूपी में विधान सभा चुनाव में एमआईएम पहली बार ताल ठोक कर मैदान में उतर रही है। पार्टी ने विधान सभा चुनाव के मद्देनज़र अपनी पहली लिस्ट पहले ही जारी कर दी थी। आज उसी उसी लिस्ट के आगे बढ़ाते हुए 35 उम्मीदवारों की नई लिस्ट पार्टी महासचिव सैय्यद रफत रिज़वी ने जारी की। इस मौके पर कई उम्मीदारों को फार्म ए और बी दिया गया।
लिस्ट जारी करते हुए पार्टी के यूपी महासचिव सैय्यद रफत रिज़वी ने बताया कि पार्टी चुनिंदा सीटों पर चुनाव लड़ रही है। उन्होंने कहा कि इन सीटों पर पार्टी का संगठन काफी मज़बूत है और बूथ लेवल पर काम कर रहा है। पार्टी ने किसी दागदार छवि वाले उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया है। उन्होंने कहा कि पार्टी कुछ ही दिनों में बाकी बचे उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर देगी।
प्रेस कांफ्रेंस में रफत रिजवी ने लखनऊ पश्चिम से मो तौहीद सिद्दीकी, लखनऊ मध्य से इरफान सिद्दीकी, इसौली सुल्तानपुर से हाजी दाऊद, और बाराबंकी सदर से अबुल कलाम को पार्टी का ए और बी फार्म सौंपा। इसके साथ ही बाराबंकी की रामनगर सीट से शाहनवाज़ आलम, फैज़ाबेद बीकापुर से ज़ुबैर अहमद और हरदोई की मल्लावां सीट से अब्दुल अज़ीज़ को भी पार्टी की प्रपत्र सौंपा।
पीएनएस से खास बातचीत
पीएनएस न्यूज़ से खास बात करते हुए सैयद रफत रिजवी ने कहा कि पार्टी बीएसपी के साथ समझौता करना चाहती थी लेकिन बीएसपी ने किसी अज्ञात वजह से समझौता नहीं किया। उन्होंने कहा कि पार्टी का मानना है कि देश को आज़ादी मिले 70 साल हुए लेकिन एक दलित की बेटी को पीएम बनाने की बात सिर्फ पार्टी के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने पहली बार रखी। हम हमेशा इस बाक का समर्थन करेंगे कि मायावती देख की पीएम बने।
सपा और कांग्रेस का नाम आते ही रफत रिजवी ने नाराज़गी भले लहजे में कहा कि अब तक इन दोनों पार्टियों का राज रहा है और दोनों ने मुसलमानों को बेवकूफ बनाया है। उनकी पार्टी के न तो कांग्रेस से और न ही सपा से कोई समझौता होगा। कांग्रेस और सपा के गठबंधन पर हमला करते हुए रफत रिजवी ने कहा कि ये अवसरवादिता और जब अभी तक सपा को कोस रही थी अब उसी की गोद में बैठ गई है।
बीजेपी के सवाल पर रफत रिजवी ने कहा कि पार्टी देश में सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने वालों के खिलाफ है। बीजेपी की केंद्र सरकार ने ढाई साल में कोई काम नहीं किया। उन्होंने कहा कि बीजेपी राम मंदिर मुद्दा उठाकर चुनाव जीतना चाहती है। दूसरी तरफ वो सलाटर हाउस बंद करना चाहती है। उन्होंने कहा कि बीजेपी को राम मंदिर सिर्फ चुनाव में याद आता है।
रफत रिज़वी ने पीएनएस से कहा कि पार्टी के पास खोने के लिए कुछ भी नहीं है लेकिन पाने के लिए सबकुछ। पार्टी के कार्यकर्ता घर-घर जाकर पार्टी की जीत सुनिश्चित करेंगे। मुस्लिम वोटों के साथ उन्हें दलित और पिचड़े वर्ग के लोगों का भी वोट मिल रहा है। उन्होंने कहा कि युवा कार्यकर्ता ही इस बार प्रदेश का भविष्य तय करेंगे।