फ़ैसल रहमानी
गया
केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ज़ुबिन ईरानी ने कहा कि केन्द्र की एनडीए सरकार समाज के हर वर्ग तक शिक्षा की जोत जगाने के लिये कटिबद्ध है। उच्च शिक्षा को ज़्यादा बेहतर बनाने कि लिए राज्य सरकारों से समन्वय स्थापित किया जायेगा। स्मृति ईरानी आईआईएम बोधगया में एकेडमिक सेशन के शुभारंभ समारोह के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रही थीं। स्मृति ईरानी ने सेंट्रल यूनीवर्सिटी ऑफ़ साउथ बिहार की बिल्डिंग की आधारशिला भी रखी।
इस अवसर पर मौजूद बिहार के शिक्षा मंत्री पी के शाही ने कहा कि राज्य सरकार पंचायत स्तर पर माध्यमिक स्कूल खोल रही है। 16 सौ स्कूल बनाने का प्रस्ताव था, जिनमें 9 सौ स्कूल बनकर तैयार हो गए हैं। राज्य सरकार की योजना है कि सभी माध्यमिक स्कूलों को प्लस टू तक कर दिया जाये। शिक्षा मंत्री शाही ने बोधगया में आईआईएम खोले जाने के लिये केंद्र सरकार को धन्यवाद देते हुये कहा कि इस काम में बिहार सरकार ने भी केंद्र सरकार का पूरा सहयोग किया है। इसके साथ ही बोधगया आईआईएम में सोमवार से क्लासेज़ की शुरूआत हो गई।
आईआईएम के कार्यक्रम के बाद स्मृति ईरानी ने सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ़ साउथ बिहार में बनने वाले भवनों की आधारशिला रखी। सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ़ साउथ बिहार गया-पंचानपुर रोड पर है। यहां पर मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कुछ अहम एकेडमिक घोषणायें कीं। उन्होंने पूरे कैंपस को निःशुल्क वाई-फ़ाई ज़ोन बनाने की बात कही। साथ ही आर्थिक रूप से कमज़ोर छात्रों के लिये ‘इ-शोध सिंधु’ तथा ‘स्वयं’ नाम से दो योजनायें शुरू करने की घोषणा की। स्मृति ईरानी ने कहा कि नवंबर से फ़ॉरेन एकेडमिक के तहत ग्लोबल इनिशिएटिव ऑफ़ एकेडमिक नेटवर्क की शुरूआत की जायेगी। इसके तहत विश्व के प्रसिद्ध शैक्षणिक संस्थानों के प्रोफेसर को आमंत्रित कर क्लास चलाया जा सकेगा। इसका खर्च केंद्र सरकार वहन करेगी।
मानव संसाधन विकास मंत्री ने सीयूएसबी को उन्नत भारत अभियान के तहत पांच गांवों को गोद लेने की सलाह देते हुये कहा कि गांवों में ज्ञान बांटने के साथ ही सामाजिक दायित्वों का भी विकास करें। उन्होंने कुलपति की मांग पर कैंपस में केंद्रीय विद्यालय शीघ्र खोलने का आश्वासन दिया।