तालिबानियों के कब्ज़े में यूपी की कानून व्यवस्था !
लखनऊ/ गाज़ियाबाद/ कानपुर
यूपी में पिछले 36 घंटे में दो मुसलमानों की पीट पीट कर हत्या कर दी गई। ताज़ा घटना गाज़ियाबाद ज़िले के दादरी इलाके की है, जहां एक व्यक्ति को गोमांस खाने की अफवाह फैलाकर गांव वालों पीट-पीटकर हत्या कर दी गई, जबकि उसका बेटा अस्पताल में मौत से जूझ रहा है। इससे पहले कानपुर के महाराजपुर में अज्ञात मुस्लिम व्यक्ति को पाकिस्तानी आतंकी बताकर भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला।
दादरी, गाज़ियाबाद
सोमवार की रात राजधानी दिल्ली से महज़ 50 किमी दूर दादरी इलाके में ये दर्दनाक घटना हुई। पुलिस ने बताया कि गांव में अफवाह फैली की मोहम्मद एखलाक और उनका परिवार गोमांस खाता है और उसे घर में रखता है। इसके बाद बाकायदा गांव के मंदिर के लाउडस्पीकर से एलान हुआ। इसके बाद गांव वालें इकट्ठा होकर एखलाक के घर पहुंचे। गांववालों मोहम्मद एखलाक और उसके बेटे दानिश को घर से बाहर घसीटकर लाए और उन्हें ईंट-पत्थरों से जमकर पीटा। इस घटना में एखलाक की मौत हो गई, जबकि उसका बेटा दानिश गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं। पुलिस जब घटनास्थल पर पहुंची, तब भी भीड़ उन दोनों को पीट रही थी।
मामला बढ़ता देख पुलिस ने देर रात 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। एखलाक के परिवारवालों का कहना है कि उन्होंने फ्रीज में केवल मटन का मीट रखा हुआ था। पुलिस ने मीट को फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है। पुलिस अफवाह फैलाने वालों के बारे में जांच कर रही है। दूसरी तरफ गिरफ्तारी के विरोध में गांववालों ने जमकर हंगामा किया और एक बाइक में आग लगा दी। हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस को गोली चलानी पड़ी, जिसमें एक युवक घायल हो गया। आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद से ही गांव में तनाव है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी घटना पर नज़र रखे हुए हैं। एसएसपी किरण एस के मुताबिक इस मामले में मंदिर के पुजारी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। वहीं दस अन्य लोगों के खिलाफ दंगे और हत्या का मामला दर्ज कर लिया है।
मोहम्मद एखलाक का परिवार पिछले 35 सालों से इस गांव में रह रहा था। मृतक एखलाक की बेटी साजिदा ने रोते हुए बताया कि वह लोग गोमांस नहीं खाते हैं। अगर उनके घर में गोमांस नहीं निकलता है तो क्या उनके पिता को वापस किया जाएगा।
कानपुर
दूसरी घटना कानपुर के महाराजपुर में हुई। यहां एक अज्ञात व्यक्ति को पाकिस्तानी आतंकी बताकर भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला। पुलिस ने बताया की मृतक मुस्लिम था पर अभी उसकी शिनाख्त नहीं हो पाई है। हत्या के मामले में पुलिस ने 9 लोगों को गिफ्तार करके जुडिशियल कस्टडी में भेजा गया है। पुलिस मृतक व्यक्ति की पहचान करने में लगी है। शेखपुरा पुलिस चौकी इन्चार्ज सुखराम रावत ने बताया कि अज्ञात शख्स पर हमला उस समय हुआ जब किसी ने अफवाह फैला दी कि इलाके में पाकिस्तानी आतंकी घुस आए है। रावत ने बताया कि जैसे ही ये अज्ञात व्यक्ति मिला, लोगों ने लाठी-डंडे लेकर पीटना शुरू कर दिया। कुछ लोगों ने धारदार हथियारों से भी उस शख्स पर हमला किया।
महराजपुर थानाध्यक्ष अखिलेश कुमार ने बताया कि जब पुलिस मौके पर पहुंची तो आरोपी उस व्यक्ति को नदी में फेंक रहे थे। पुलिस टीम को देखते ही आरोपी उस आदमी को छोड़कर भाग गए। पुलिस ने जब शारीरिक जांच की तो पाया कि मृतक व्यक्ति मुस्लिम था।
कानून व्यवस्था पर सवाल ?
इन दोनों घटनाओं के बाद यूपी की कानून व्यवस्था पर सवाल ज़रूर उठने लगे हैं। कई मुस्लिम संगठनों ने सीएम अखिलेश यादव से कठोर कार्रवाई की मांग की है। राज्य के कुछ हिस्सों में कई संगठन एक ख़ास समुदाय को लगातार निशाना बना रहे हैं। सरकारी खुफिया एजेंसियों ने भी ऐसी कई रिपोर्ट दी है, जिसमें कुछ संगठनों की संदिग्घ गतिविधियों पर सवाल उठाया गया है। अभी ईद-उल-अज़हा के मौके पर कैबिनेट मंत्री आज़म खान ने भी मुसलमानों के साथ पुलिस के रवैये को लेकर सवाल उठाया था। इस साथ ही उन्होंने बाकायदा राज्य के पुलिस महानिदेशक को शिकायती खत लिखा था। अब देखना ये है कि मारे गए लोगों को क्या इंसाफ मिलता है और साथ ही पुलिस ऐसी कोई व्यवस्था करेगी जिससे ऐसी घटनाएं फिर न हों।