नई दिल्ली
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल द्वारा भ्रष्टाचार के मामले में बर्खास्त किए गए पूर्व खाद्य आपूर्ति मंत्री आसिम अहमद खान ने आज जमकर हमला बोला। आसिम खान ने अप्रत्यक्ष तौर पर सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ निशाना साधा। आसिम खान ने कहा कि मैं अपने ही लोगों की राजनीति का शिकार हुआ हूं।
आम आदमी पार्टी के खिलाफ बोलते हुए आसिम खान ने कहा कि जिस रिकॉर्डिंग को मीडिया के सामने पेश किया गया उसमें मेरे नाम का तो खुलासा किया गया, लेकिन दूसरे को सिर्फ बिचौलिया बताया गया। आसिम खान ने आगे कहा कि वह बिचौलिया कोई और नहीं पार्टी के यूपी के सह प्रभारी, दिल्ली अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष और दिल्ली सरकार के एक विभाग के डायरेक्टर शकील मलिक हैं। इस साजिश से जुड़े 7 फीसदी प्रमाण उनके पास हैं, बाकी को जुटाकर वह पूरे मामले से जल्द ही पर्दा हटाएंगे।
एक प्रेस कॉंफ्रेंस कर पूर्व मंत्री आसिम ने कहा कि मुझे हटाने के लिए बड़ी साजिश की गई है। शुक्रवार को ढाई घंटे तक मेरे साथ क्या हुआ इसका खुलासा सारे सुबूतों के साथ दो-तीन दिनों में करूंगा। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ ढाई घंटे तक साजिश चली। पत्रकारों की तरफ इशारा करते हुए आसिम खान ने कहा कि जितना आश्चर्य चकित आप थे उतना ही मैं था, 3 बजकर 30 मिनट पर इस्तीफा देने के लिए कहा गया। मेरा फोन बंद कर दिया गया था जब बाहर आकर फोन चालू किया तो दोस्तों ने फोन कर बताया कि टीवी पर आप पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाकर बर्खास्त करने की बात मुख्यमंत्री कर रहे हैं। मुझसे सीधे तौर पर बात तक नहीं की गई।
आसिम खान ने पार्टी को ही कठघरे में खड़ा किया और कहा कि उनकी जगह लेने वाले इमरान के खिलाफ कई अपराधिक मामले पहले से ही दर्ज हैं। दिल्ली के उपराज्यपाल, एसीबी और पुलिस कमिश्नर के पास शिकायत भी दर्ज है। जबकि मुझे बदनाम किया जा रहा है और बलि का बकरा बना दिया गया। आसिम खान ने कहा कि मैं बेगुनाह हूं, अल्लाह पर मुझे पूरा भरोसा है। कोई कितना भी ताकतवर क्यों न हो अल्लाह से ज्यादा मजबूत नहीं हो सकता।
दूसरी तरफ भ्रष्टाचार के आरोप में दिल्ली सरकार के मंत्री आसिम अहमद खान को हटाए जाने के बाद दिल्ली सरकार ने अपने विधायकों को खान एपिसोड फिर नहीं दोहराने की चेतावनी दी है। बाकायदा मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक ट्वीट कर कहा है कि वे रविवार को आम आदमी पार्टी के सभी विधायकों और उनके परिवार वालों से मिलेंगे। उन्हें नसीहत देंगे कि घूस लेने वाली जैसी बात दोबारा नहीं होनी चाहिए। सीएम अरविंद केजरीवाल न केवल अपने पार्टी के विधायकों बल्कि उनके परिवार वालों को भी याद दिलाएंगे कि वे आखिर क्यों राजनीति में आए।