माहुल में यूपी इत्तेहाद फ्रंट की 5वीं जनसभा
आज़मगढ़
प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार बेइमानों और धोखेबाजों की है। पूरे प्रदेश में अधिकारी और पुलिस सपा के एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं। गरीबों, वंचितों और मुसलमानों की सुनने वाली कोई नहीं है। ये बातें राष्ट्रीय उलेमा कौंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना आमिर रशादी ने एक जनसभा में कही। यूपी इत्तेहाद फ्रंट की तरफ ये जनसभा आज़मगढ़ के माहुल बाज़ार में आयोजित की गई थी। इत्तेहाद फ्रंट की तरफ से तीन दिनों में ये पांचवी जनसभा थी।
राष्ट्रीय उलेमा कौंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना आमिर रशादी ने कहा कि प्रदेश में अधिकारी और पुलिस जनता की बात को नहीं सुन रहें हैं, वो समाजवादी पार्टी के एजेंट की तरह काम कर रहें हैं। हाल में सिविल सर्विसेज की पीसीएस परीक्षा में सबसे ज्यादा यादव ही सफल रहे। मौलाना राशादी ने इसके पीछे समाजवादी पार्टी पर जातिवादी मानसिकता की राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि आने वाले चुनाव में जनता समाजवादी पार्टी से हिसाब बराबर करेगी।
इंडियन नेशनल लीग के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो मोहम्मद सुलेमान ने कहा कि मुसलमानों को 18 फीसदी आरक्षण दिलाने की बात करने वाले झूठे और मक्कार हैं। 2012 के विधानसभा चुनाव में आरक्षण का वादा करके अब मुसलमानों को दोबारा बेवकूफ बनाने की कोशिश की जा रही है। प्रो सुलेमान ने कहा कि उत्तर प्रदेश से सपा का सफाया करने के लिए हम सभी को संगठित होकर एक मंच पर आना होगा। यूपी इत्तेहाद फ्रंट का गठन इसीलिए किया गया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय उलेमा कौंसिल के तत्वावधान में गठित यूपी इत्तेहाद फ्रंट ने लोगों को जागरूक करने का काम शुरू कर दिया है। गंदी राजनीति करने वालों को 2017 के विधानसभा चुनाव में हम सबक सिखाएंगे।
परचम पार्टी ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष सलीम पीरजादा ने कहा कि हमारे ही वोटों से सरकार बनाने वाले ही हमारे ही भाइयों का उत्पीड़न कर रहे हैं। सत्ता में आते ही ये हमें भूल जाते हैं। सलीम पीरज़ादा ने कहा कि सरकारी नौकरियों में पहले मुसलमान जहां आठ से दस फीसदी थे, अब दो फीसदी भी नहीं हैं। उन्होंने कहा कि आज़ादी के बाद 1947 से आज तक झूठे वादे करके मुसलमानों को सिर्फ धोखा दिए जाने का काम किया गया है। फिर भी हम सीख नहीं ले रहे हैं। हम ऐसे धोखा देने वालों को इस बार 2017 के चुनाव में सबक सिखाएंगे।
जनसभा को राष्ट्रीय उलेमा कौंसिल के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना ताहिर मदनी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष परमात्मा शरण पांडेय ने भी संबोधित किया। इस मौके पर उलेमा कौंसिल के युवा प्रदेश अध्यक्ष नूरुलहुदा, वरिष्ठ कार्यकर्ता हाफिज़ नोमान, रिजवान अहमद, वसीम अहमद, मुजीबुल्लाह समेत सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे। आखिर में राष्ट्रीय उलेमा कौंसिल के पूर्वांचल प्रभारी बदरे आलम ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।
यूपी इत्तेहाद फ्रंट की तरफ से 5 से 7 सितंबर के बीच आज़मगढ़ में चार और जौनपुर के शाहगंज में एक जनसभा का आयोजन किया गया था। दरअसल पंचायत चुनाव की आहत और पार्टी में जान फूंकने के लिए राष्ट्रीय उलेमा कौंसिल ने ये जनसभा की थी। इन जनसभाओं को कामयाब बनाने के लिए पार्टी ने एड़ी-चोटी का ज़ोर लगाया था। पार्टी के कार्यकर्ता दिन-रात मेहनत कर रहे थे। इन जनसभाओं में जुटी भीड़ ने उलेमा कौंसिल में एक बार फिर जान फूंक दी है।