कांग्रेस ने 2004 समय से कार्रवाई नहीं की
किशनगंज, बिहार
बिहार में अपनी पहली चुनावी रैली में एमआईएम नेता अकबरुद्दीन ओवैसी ने गुजरात दंगों का ज़िक्र करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी को ज़िम्मेदार ठहराया। अकबरुद्दीन ओवैसी ने कांग्रेस की भी जमकर आलोचना करते हुए कहा कि अगर 2004 में सत्ता में आते ही कांग्रेस ने कार्रवाई की होती तो गुजरात के आरोपी आज जेल में होते।
बिहार के चुनावी दंगल में आज एमआईएम नेता और तेलंगाना में विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी की पहली रैली थी। ये किशनगंज के सोनथा हाई स्कूल के मैदान में रखी गई थी। रैली की तैयारियां पिछले कई दिनों से चल रही थी। पार्टी के बिहार यूनिट के अध्यक्ष अख्तरुल ईमान लगातार मेहनत कर रहे थे। रैली में अच्छी भीड़ जुटी।
अकबरुद्दीन ओवैसी ने रैली को संबोधित करते हुए सीधा पीएम मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि एक तबका है जिसमें वह खुद शामिल हैं, जो ये मानता है कि गुजरात के दंगों के लिए ज़िम्मेदार कोई और नहीं बल्कि नरेंद्र मोदी है। अकबरुद्दीन ओवैसी ने इसके बाद रैली में अपने ढंग से गुजरात दंगों की कहानी सुनाई। उन्होंने कहा कि हिंदुओं में एक वर्ग ज़ुल्म करने वाला है।
गुजरात दंगों का ज़िक्र करते हुए अकबरुद्दीन ओवैसी कहा कि गुजरात में जुल्म का नंगा नाच हुआ। कांग्रेस के पूर्व सांसद एहसान जाफरी के घर 35 लोग छिपे थे। उन्हें घर से निकाल कर मार दिया गया। नरोदा पाटिया में माया कोडनानी ने हमला कराया। औरतों, बच्चों यहां तक की मासूमों को नहीं छोड़ा गया। उन्होंने कहा कि एक बाप पर जवान बेटे की मौत का बोझ डाला गया। एमआईएम नेता ने कांग्रेस पर कड़ा हमला करते हुए कहा कि दंगाईयों के खिलाफ कांग्रेस ने कार्रवाई क्यों नहीं की ? अगर कांग्रेस 2004 में सत्ता में आने के बाद चार्जशीट दाखिल करती और आरोपियों को जेल में डालती तो मोदी देश के पीएम नहीं बन पाते।
अकबरुद्दीन ओवैसी ने मुस्लिम नेताओं और विधायकों पर भी जमकर भड़ास निकाली। उन्होंने कहा कि ये लोग विधायक और सांसद बनने के लिए सिर्फ राजनीति करते हैं और बनते ही मुसलमानों को भूल जाते हैं। अकबरुद्दीन ओवैसी ने अपने अंदाज़ में कहा कि सौ नामर्द विधायकों से अच्छा है कि एक मर्द विधायक हो।
रैली को पार्टी की बिहार यूनिट के अध्यक्ष अख्तरुल ईमान, पार्टी के महाराष्ट्र में विधायक वारिस पठान समेत कई नेताओं ने संबोधित किया। प्रशासन ने रैली के लिए सुरक्षा को पुख्ता इंतज़ाम किए थे।
मालूम हो कि एमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने बिहार के सीमांचल इलाके में चुनाव लड़ने का एलान किया है। एमआईएम सीमांचल के पूर्णिया, अररिया, किशनगंज और कटिहार ज़िले की 24 विधान सभा क्षेत्रों में अपने उम्मीदवार उतारेगी। सीमांचल इलाके के किशनगंज में 70, अररिया में 42, कटिहार में 41 और पूर्णिया में 20 फीसदी मुस्लिम मतदाता हैं। 2010 के चुनाव में सीमांचल की 24 सीटों में बीजेपी को 13, जेडीयू को 4, एलजेपी को 2, कांग्रेस को 3, आरजेडी को 1 और 1 सीट निर्दलीय को मिली थी।